इन दो गांवों में आज तक नहीं पहुंच पाया ‘विकास’, बरसात में पेड़ के नीचे लगता है स्कूल, टूट जाता है संपर्क

इन दो गांवों में आज तक नहीं पहुंच पाया 'विकास', बरसात में पेड़ के नीचे लगता है स्कूलः People living here in the absence of basic facilities

इन दो गांवों में आज तक नहीं पहुंच पाया ‘विकास’, बरसात में पेड़ के नीचे लगता है स्कूल, टूट जाता है संपर्क
Modified Date: November 29, 2022 / 07:54 pm IST
Published Date: July 13, 2022 12:09 am IST

बेमेतरा/ बलरामपुरः भारत देश में आज भी कई ऐसे कई गांव है, जहां मुलभूत सुविधाओं का अभाव है। बिना सुविधा के ही लोग गुजर बसर कर रहे है। स्कूल भरे बरसात में पेड़ के नीचे संचालित हो रहा है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp  ग्रुप से जुड़ने के लिए  यहां Click करें*<<

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दरअसल, बेमेतरा जिले के ग्राम पंचायत मेढ़की के आश्रित गांव कुरुवा में आजतक पक्की सड़क नहीं है। सड़क के नाम पर मिट्टी डालकर छोड़ दिया गया है। बरसात शुरू होते ही यहां के रहवासियों की मुश्किलें बढ़ जाती है। गांव का संपर्क शहर से कट जाता है। ग्रामीणों ने कई बार इसकी फरियाद अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधि तक लगाई लेकिन मूलभूत सुविधा के लिए लोग अब भी मोहताज हैं।

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वहीं दूसरा मामला बलरामपुर जिले में ग्राम पंचायत अमदरी के आश्रित ग्राम कोर्गी का है। जहां आज भी सरकारी स्कूल पेड़ के नीचे संचालित हो रहा है। प्राथमिक स्कूल का भवन जर्जर होने के कारण मासूम बच्चे पिछले दो साल से पेड़ के नीचे पढ़ने को मजबूर हैं। आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद भी लोगों को मूलभूत सुविधा नहीं मिलना सरकार और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता का नतीजा है।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।