Plan for construction of bus stand could not get off the ground even after three years
Bus stand construction plan could not get off the ground: रायगढ़। शहर में अंतर्राज्यीय बस स्टेंड निर्माण की योजना तीन सालों के बाद भी धरातल पर नहीं उतर पाई है। योजना के तहत राज्य सरकार से 5 करोड़ की स्वीकृत मिल चुकी है। स्थल का चयन तक हो चुका है, लेकिन तीन सालों में निगम बस स्टैंड के लिए ड्राइंग डिजाइन तक फाइनल नहीं कर पाया है। ऐसे में योजना धरालत पर ऩहीं उतर पा रही है।
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दरअसल, रायगढ़ शहर से उडीसा मध्यप्रदेश और यूपी की ओर तकरीबन 70 से अधिक बसों का परिचालन होता है। बस स्टैंड से हर दिन तकरीबन 200 से अधिक बसें अलग-अलग रुट पर रवाना होती हैं। यातायात के दबाव को देखते हुए नगर निगम ने शहर के बीचो बीच स्थित केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड को शहर से बाहर शिफ्ट करने और नए बस स्टैंड को अंतर्राज्यीय बस स्टैंड के रुप में डेवलप करने की योजना बनाई थी। योजना के तहत बस स्टैंड में शापिंग सेंटर, चौपाटी, वाटर एटीएम, गेस्ट हाउस सहित रैन बसेरा का निर्माण करने की योजना है। नगर निगम ने इसके लिए रामपुर इलाके में 15 एकड़ जमीन का चयन भी कर लिया है, लेकिन इसके बाद से योजना आगे नहीं बढ पाई है।
नगर निगम अब तक बस स्टैंड का ड्राइंग डिजाइन तक तैयार नहीं कर पाया है। ऐसे में योजना फाइलों में अटकी हुई है। खास बात ये है कि शहर में जिस तेजी से यातायात का दबाव बढ़ा है। उसे देखते हुए बस स्टैंड को शहर से बाहर शिफ्ट करने की मांग की जा रही है, लेकिन निगम की उदासीनता के चलते योजना अधर में लटकी हुई है। इधर लेटलतीफी को लेकर भाजपा शहर सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है। भाजपा का कहना है कि शासन से राशि की स्वीकृति के बाद भी योजना का शुरु न होना शहर सरकार की निष्कृयता को दर्शाता है। मेयर व एमआईसी योजना को लेकर गंभीर नहीं है।
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