रायपुर जेल में पिटाई का वीडियो वायरल, आरोपी प्रहरी पर गिरी गाज

रायपुर सेंट्रल जेल के अधीक्षक व डीआइजी एसएस तिग्गा ने बताया कि जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर मुकेश बनिया का पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद मामले की जांच की गई जांच में प्रहरी टिकाराम वर्मा को दोषी पाकर उसे निलंबित कर जेल मुख्यालय में अटैच करने का आदेश जारी कर दिया गया है।

रायपुर जेल में पिटाई का वीडियो वायरल, आरोपी प्रहरी पर गिरी गाज
Modified Date: February 8, 2024 / 10:06 pm IST
Published Date: February 8, 2024 10:04 pm IST

रायपुर। रायपुर सेंट्रल जेल में बंद रहे हिस्ट्रीशीटर मुकेश बनिया(गुप्ता) की पिटाई का वीडियो पिछले दिनों इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित होने के बाद जेल प्रशासन ने पिटाई करने वाले प्रहरी टिकाराम वर्मा को निलंबित कर दिया है। रायपुर सेंट्रल जेल के अधीक्षक व डीआइजी एसएस तिग्गा ने बताया कि जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर मुकेश बनिया का पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद मामले की जांच की गई जांच में प्रहरी टिकाराम वर्मा को दोषी पाकर उसे निलंबित कर जेल मुख्यालय में अटैच करने का आदेश जारी कर दिया गया है।

गौरतलब है कि हिस्ट्रीशीटर मुकेश बनिया ने प्रहरी टिकाराम वर्मा पर उससे 50 हजार रुपए मांगने का आरोप लगाते हुए पैसा देने से मना कर करने पर पिटाई करने का आरोप लगाया था। मारपीट में आए चोटों को दिखाते हुए उसने जेल की चारदीवारी के भीतर ही मोबाइल से वीडियो बनाकर प्रहरी पर पेशी निरस्त कराने और लंबे समय से उसे परेशान करने का आरोप भी लगाया था।

read more: Ambikapur News : नहीं थम रही कोयला चोरी | अमेरा खदान में गार्ड के मना करने पर भी नहीं माने ग्रामीण

 ⁠

हिस्ट्रीशीटर ने जिस जगह पर वीडियो बनवाया है, वह जेल परिसर के अंदर बने बाथरूम के पीछे का बताया गया है हालांकि जेल प्रशासन ने इससे इंकार कर कोर्ट पेशी के दौरान कोर्ट परिसर स्थित बंदी गृह में वीडियों बनाने की आशंका जाहिर की है यह वीडियो इंटरनेट मीडिया में बहुप्रसारित होने के बाद जेल प्रशासन के बीच हड़कंप मच गया था आनन फानन में मुकेश बनिया को यहां से हटाकर दुर्ग जेल में शिफ्ट कर दिया गया है।

मुकेश बनिया ने जारी वीडियों में यह भी बताया था कि ईडी ने कई रसूखदार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है, उन्हीं के मोबाइल से उसने वीडियो बनाया है हिस्ट्रीशीटर के इस दावे से जेल प्रशासन पर भी उंगली उठने लगी है,क्योंकि जेल में बंद रसूखदार कारोबारियों द्वारा मोबाइल का इस्तेमाल करना बिना किसी जेल अधिकारी-कर्मचारी की मदद से संभव नहीं है। नियमानुसार जेल के मुख्य गेट पर सभी बंदियों की बारीकी से जांच करने के बाद ही भीतर प्रवेश दिया जाता है।

read more: Yami Gautam Pregnant: मां बनने वाली हैं बॉलीवुड की ये हसीना! इंटरनेट पर वायरल हुआ बेबी बंप छिपाते वीडियो

 

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com