नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के साथ राजस्थान में शानदार जीत कर कांग्रेस का सूपड़ा साफ करने वाली भाजपा तीनों ही राज्यों में सीएम का नाम तय नहीं कर पाई है। तीनो ही राज्यों के बड़े नेता दिल्ली में डारे हुए है जबकि गुरूवार को इस मसले पर चर्चा के लिए भाजपा के संसदीय दल की बैठक भी आहूत हुई थी। संभावना जताई जा रही है कि आज सीएम तय करने के नाम को लेकर भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर सकता है। पर्यवेक्षकों का यह दल विधायक दल से चर्चा कर नए नाम को हरी झंडी देगी।
फिलहाल आम लोगों से लेकर मीडिया में जिन नेताओं का नाम सीम पद को लेकर चर्चा में है उनमे पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव, रायगढ़ के विधायक व पूर्व आईएएस ओपी चौधरी, महिला विधायक व पूर्व केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह और रामविचार नेताम जैसे नाम शामिल है।
कांग्रेस ने इन चुनावों में भले ही तीन राज्यों को गँवा दिया हो लेकिन उन्होंने तेलंगाना राज्य में प्रचंड सीटों के साथ सत्ता हथियाने में कामयाबी हासिल की है। कांग्रेस ने राज्य में बीआरएस को सरकार से बेदखल कर कुर्सी हासिल की है। इतना ही नहीं बल्कि एक तरफ जहां भाजपा में तीनो राज्यों को लेकर मंथन चल रहा है तो वही तेलंगाना में नए सीएम ने शपथ भी ले लिया है। ऐसे में अब बीजेपी पर जल्द मुख्यमंत्रियों के नाम तय करने का दबाव बढ़ गया है। तेलंगाना में कांग्रेस नेता अनुमुला रेवंत रेड्डी ने तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। हैदराबाद के एलबी स्टेडियम में शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी मौजूद रहे। तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने रेड्डी को सीएम पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। साल 2014 में आंध्र प्रदेश से अलग तेलंगाना के गठन के बाद रेवंत रेड्डी राज्य के दूसरे मुख्यमंत्री हैं।