रायपुर: सरकार वापसी करते ही भाजपा ने प्रदेश में कई सांस्कृतिक बदलाव के संकेत दिए थे। इनमे सबसे ऊपर था राजिम का नाम। भाजपा ने फैसला किया था कि राजिम पुन्नी मेला का नाम फिर से बार राजिम कुम्भ रखा जाएगा। इसके पीछे दलील थी कि भाजपा एक बार फिर से कुम्भ के नाम पर राजिम के राष्ट्रीय पहचान को स्थापित करना चाहती हैं। इसी तरह का एक और नया फैसला कौशल्या माता के चंदखुरी धाम को लेकर किया गया हैं। यहाँ भी प्रतिमा को बदलने की बात प्रदेश धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कही हैं। सरकर के इसी फैसले के बाद एक बार फिर से पक्ष-विपक्ष आमने-सामने आ गए है।
इस फैसले पर छत्तीसगढ़ पीसीसी के प्रमुख दीपक बैज ने कहा कभी मूर्ति बदलना, कभी नाम बदलना ही भाजपा सरकार का काम हैं। बीजेपी के पास इसके सिवाय कोई काम नहीं हैं। बैज ने कहा कांग्रेस को कोसना छोड़ सरकार को अपना काम करना चाहिए।
बता दें कि धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल अयोध्या में श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मौके पर में सोमवार 22 जनवरी को चंदखुरी समेत राजधानी रायपुर के विभिन्न धार्मिक स्थलों में आयोजित रामोत्सव समारोह में शामिल हुए। मंत्री अग्रवाल ने दूधाधारी मठ स्थित राम दरबार, सदर बाजार स्थित मंदिर एवं आकाशवाणी चौक स्थित काली मंदिर में पूजा-अर्चना की और समस्त प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
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