Chhattisgarh Latest News || Image- IBC24 News File
Chhattisgarh Latest News: रायपुर: केंद्र सरकार के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद के समूल खात्मे की तरफ तेजी से आगे बढ़ रही राज्य की सरकार ने नक्सल विरोधी अभियान के तहत एक बड़ा फैसला लिया है। प्रदेश सरकार ने बस्तर में सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ने और माओवादी संगठन के विस्तार को पूरी तरह रोकने के लिए कर्रेगुटा पहाड़ी में जंगल वार फेयर स्कूल और CRPF का कैम्प खोलने निर्णय लिया है। इसकी पुष्टि खुद गृहमंत्री विजय शर्मा ने की है।
बता दें कि, कर्रेगुटा पहाड़ी को नक्सलियों का नया गढ़ या कहे राजधानी माना जाता है। बताया जाता है कि, दुर्गम पहाड़ और जंगलो से घिरे इस इलाके में बड़े माओवादी नेताओं की आमदरफ्त बनी रहती है। पुलिस और सुरक्षाबलों ने यहाँ कई बड़े मुठभेड़ों को अंजाम दिया है लेकिन अब सरकार अपनी इस लड़ाई को निर्णायक बनाने की तैयारी में जुट गई है और इस पूरे क्षेत्र को नक्सल मुक्त करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है।
बताया गया है कि, 700 एकड़ जमीन पर वार फेयर स्कूल खुलने का रास्ता साफ हो चुका है। इसके बाद ट्रेनिंग कैंप और सिक्योरिटी फोर्स के नाम पर जमीन का आबंटन कर दिया गया है। राज्य वन्य जीव कल्याण बोर्ड की बैठक में इस फैसले को हरी झंडी मिल गई है। जानकारी के अनुसार यहां तक पहुंचने के लिए साढ़े 5 किमी लम्बी पक्की सड़क भी बनाई जाएगी। सड़क के लिए भी सरकार ने जमीन अलॉट कर दिया है।
Chhattisgarh Latest News: गुरुवार को गरियाबंद के मैनपुर के जंगलों में सुरक्षाबल और नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ में जवानों ने बड़ी सफलता हासिल की है। एनकाउंटर में नक्सलियों के सेन्ट्रल कमेटी मेंबर मनोज बालकृष्ण उर्फ़ मॉडेम को मार गिराया गया। जवानों ने इस अभियान के तहत कुल 10 नक्सलियों को मार गिराने में कामयाबी हासिल की थी। वही इस सफल ऑपरेशन के बाद सुरक्षाबलों के जश्न का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में जवान जंगल से वापसी के दौरान नाचते और फोटो खिंचाते हुए नजर आ रहे है। इस दौरान उनके कंधो पर नक्सलियों के शव भी है।
पत्रकारों से बात करते हुए शर्मा ने कहा, “यह एक बेहतरीन ऑपरेशन था। यह सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो, छत्तीसगढ़ पुलिस और डीआरजी का संयुक्त ऑपरेशन था, जो बेहद संयमित तरीके से चलाया गया। यह ऑपरेशन दो दिनों तक चला। मुठभेड़ में सभी नक्सली मारे गए। एक करोड़ रुपये का इनामी नक्सली भी मारा गया। इसके साथ ही नौ अन्य नक्सली भी मारे गए।”
जब उनसे पूछा गया कि आईईडी सुरक्षा बलों के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है क्योंकि अभियान के दौरान दो जवान घायल हो गए, तो शर्मा ने कहा, “दुनिया भर में आईईडी का पता लगाने के लिए जो भी सर्वोत्तम तकनीक होगी, हम उसकी तलाश कर रहे हैं।”
Chhattisgarh Latest News: इसी तरह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो , छत्तीसगढ़ पुलिस और जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) द्वारा संयुक्त अभियान के दौरान छत्तीसगढ़ में 10 नक्सलियों के सफाए की सराहना की। शाह ने 31 मार्च, 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का सफाया करने की केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि सभी नक्सलियों को समय पर आत्मसमर्पण कर देना चाहिए। उन्होंने कहा, “हमारे सुरक्षा बलों को आज नक्सलियों के खिलाफ एक और बड़ी सफलता मिली है।”
शाह ने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, “छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो , छत्तीसगढ़ पुलिस और डीआरजी ने एक संयुक्त अभियान चलाकर 1 करोड़ रुपये के इनामी सीसीएम मॉडम बालकृष्ण उर्फ मनोज समेत 10 कुख्यात नक्सलियों को ढेर कर दिया। बाकी नक्सलियों को समय रहते आत्मसमर्पण कर देना चाहिए। 31 मार्च से पहले लाल आतंक का सफाया निश्चित है,”
Chhattisgarh Latest News: इसी बीच एक और बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि तेलंगाना में एक और मोस्ट वांटेड महिला नक्सली ने पुलिस के सामें आत्मसमर्पण किया है। सरेंडर करने वाली नक्सली का नाम सुजाथा है जबकि माओवादी पार्टी में उसे सुजाथक्का उर्फ पोथुला कल्पना उर्फ पद्मा उर्फ झांसी बाई के नाम से भी जाना जाता है। सुजाथा माओवादियों के सेन्ट्रल कमेटी की सदस्य बताई जा रही है जिस पर पुलिस ने एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। सुजाथा दशकों पहले पश्चिम बंगाल में मारे गये शीर्ष नक्सली किशन जी की पत्नी बताई जा रही है। ऐसे में सुजाथा के आत्मसमर्पण को पुलिस और सरकार के लिए बड़ी कामयाबी जबकि नक्सल संगठन के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है। सुजाथा के आत्मसमर्पण के खबर की पुष्टि तेलंगाना पुलिस के साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य के उप मुख्यमंत्री सह गृहमंत्री विजय शर्मा ने भी की है।
गृहमंत्री ने नक्सल मामलों पर चर्चा करते हुए बताया कि, अब तक मुठभेड़, गिरफ्तारी और आत्मसमर्पण से करीब 4 हजार नक्सली कम हो चुके है जबकि आने वाले 6 महीनों के भीतर इतने ही और नक्सली कम हो जायेंगे। उन्होंने फिर दोहराया कि बचे हुए नक्सली या तो सरेंडर कर दें या फिर गिरफ्तार होंगे। सुरक्षाबल लगातार उनपर प्रहार कर रहे है।