CG NHM Protest: छत्तीसगढ़ में NHM कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू.. किये जायेंगे सेवा से बर्खास्त!.. कई जिलों के CMHO ने जारी किया लेटर

एनएचएम कर्मचारियों की मांगो को पूरा किए जाने के संबंध में हेल्थ मिनिस्टर जायसवाल ने कहा कि, एनएचएम कर्मियो के लिए 22% वेतन वृद्धि, ट्रांसफर नीति बनाने की सहमति और 30 दिनों के चिकित्सकीय अवकाश जैसी मांगों पर सहमति दी जा चुकी है।

CG NHM Protest: छत्तीसगढ़ में NHM कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू.. किये जायेंगे सेवा से बर्खास्त!.. कई जिलों के CMHO ने जारी किया लेटर

Chhattisgarh NHM Protest || Image- social media file

Modified Date: August 30, 2025 / 01:33 pm IST
Published Date: August 30, 2025 1:12 pm IST
HIGHLIGHTS
  • NHM कर्मचारियों को सेवा समाप्ति का नोटिस
  • नो वर्क नो पे लागू
  • नियमितीकरण मांग पर केंद्र की सहमति जरूरी

Chhattisgarh NHM Protest: रायपुर: नियमितीकरण सहित अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर हफ्ते भर से ज्यादा समय से आंदोलनरत नेशनल हेल्थ मिशन के तहत नियोजित कर्मियों को लेकर सरकार सख्त हो गई है। पूर्व में स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने बताया था कि, एनएचएम कर्मचारियों की कई मांगों पर सहमति दी जा चुकी है जबकि नियमितीकरण का प्रस्ताव केंद्र सरकार की सहमति एक बाद ही पूरा किया जा सकेगा।

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‘नो वर्क नो पेमेंट’ का निर्णय

इसके बाद सरकार ने हड़ताली एनएचएम कर्मियों के खिलाफ एक और बड़ा कदम उठाया था। विभाग ने हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को ‘नो वर्क नो पेमेंट’ का नोटिस जारी किया था यानी हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलेगा। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि संविदाकर्मी के काम नहीं करने पर पेमेंट नहीं मिलता है। एनएचएम कर्मचारी कई दिनों से लापता हैं, इसलिए विभाग ने नो वर्क नो पेमेंट का नोटिस जारी किया है।

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अब होगी बर्खास्तगी की कार्रवाई

Chhattisgarh NHM Protest: वही अब ऐसे कर्मचारियों पर नौकरी से बर्खास्त करने की कार्रवाई शुरू की जा सकती है। सरकार ने काम पर नहीं लौटने पर सेवा समाप्ति की चेतावनी जारी की है। रायगढ़, कोरिया समेत कई जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारियों ने पत्र जारी किया है।

समाधान कार्रवाई से नहीं बल्कि संवाद से

दूसरी ओर हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ बर्खास्तगी और वेतन रोके जाने जैसे फैसले से एनएचएम संघ भड़क उठा है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमित मिरी ने कहा है कि, सरकार का आदेश कर्मचारियों के लिए दमनकारी है। एनएचएम कर्मचारी 18 अगस्त से हड़ताल पर गए ऐसे में उनके पूरे महीने का वेतन काटे जाने का आदेश क्यों जारी किया गया है? उन्होंने बताया कि, सरकार के आदेश से कर्मचारी भड़क रहे है। उन्होंने इस बात अपर जोर दिया कि, समाधान कार्रवाई से नहीं बल्कि संवाद से निकलेगा।

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क्यों हैं आंदोलनरत?

बता दें कि एनएचएम कर्मचारियों की मांगो को पूरा किए जाने के संबंध में हेल्थ मिनिस्टर जायसवाल ने कहा कि, एनएचएम कर्मियो के लिए 22% वेतन वृद्धि, ट्रांसफर नीति बनाने की सहमति और 30 दिनों के चिकित्सकीय अवकाश जैसी मांगों पर सहमति दी जा चुकी है। जहाँ तक एनएचएम कर्मियों के नियमितीकरण का सवाल है तो यह मांग भारत सरकार की सहमति से पूरी हो पाएगी। इस तरह स्वास्थ्य मंत्री ने रेग्यूलाइजेशन का गेंद केंद्र के पाले में डाल दिया है। प्रदेश की राजधानी रायपुर समेत सभी जिला मुख्यालयों में 18 अगस्त से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के कर्मचारियों ने अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इस हड़ताल का सीधा असर स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ रहा है। छत्तीसगढ़ में NHM के तहत लगभग 16 हजार कर्मचारी काम कर रहे हैं।


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