CG Naxal News: रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ी जा रही है। नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत बस्तर में संयुक्त फोर्सेज के एक्शन के बाद अब ये भी पता चला है कि नक्सली अपने मंसूबे को पूरा करने, हथियार बनाने और नकली नोट छापने का भी काम कर रहे थे। सरकार का दावा है कि ये सुरक्षा बलों की सरकार की बड़ी कामयाबी है तो विपक्ष इसे सरकार की बड़ी नाकामी करार दे रही है। ये सच है कि सुकमा में नक्सल ठिकाने से नकली नोट छापने के साजो-सामान को जब्त कर पुलिस ने माओवादियों के मंसूबे पर पानी फेर दिया है, लेकिन ये भी उतना ही सच है कि टिके रहने के लिए नक्सली एक के बाद एक नए-नए तरीके ढूंढ रहे हैं। देखिए रिपोर्ट…
छत्तीसगढ़ में साय सरकार आते ही नक्सली मोर्चे पर नई एप्रोच और तेज एक्शन का दावा है, जिसका जमीन पर कुछ असर भी नजर आया। सरकार ने नक्सलियों से दो टूक कहा है कि नक्सली बातचीत करें, मुख्य धारा में लौटें या फिर सफाए को तैयार रहें। फोर्स के लगातार एक्शन के बीच रविवार को छत्तीसगढ़ पुलिस ने सुकमा जिले के भेज्जी थाना क्षेत्र के कोराजगुड़ा इलाके में एक नक्सलियों कैंप को ध्वस्त कर वहां से बड़ी संख्या में नकली नोट, नकली नोट छापने का प्रिंटर और अन्य सामान जब्त किया। सवाल उठा कि क्या नक्सली लेवी वसूली के साथ-साथ नकली नोट भी छाप रहे थे।
पुलिस की छापेमारी में हथियार बनाने में इस्तेमाल होने वाली लेथ मशीन भी बरामद हुई है। पता चला है कि नक्सली शिक्षकों से हर माह लेवी वसूल रहे हैं। घरों से राशन तो तेंदुपत्ता कारोबारियों से प्रति मानक बोरा पैसा लिया जाता है। गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि, माओवादी बस्तर में भोले-भाले कम पढ़े लिखे लोगों को भ्रम में डालकर ये सब करवाते हैं। सरकार का दावा है कि BJP सरकार ने नक्सलियों के हौसले पस्त कर दिए हैं ये उसका प्रमाण है। इधर, विपक्ष ने सरकार के दावे को खोखला बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में बढ़ते नक्सलवाद के लिए पूरी तरह से बीजेपी सरकार जिम्मेदार है।
पूर्व मंत्री शिव डहरिया का दावा है कि पिछली कांग्रेस सरकार के वक्त नक्सल प्रभावित इलाके में रोजगार के मौके देने के कारण घटनाओं में कमी थी। इन सब के बीच सुकमा में नक्सलियों ने IED ब्लास्ट कर ट्रक और मोटर सायकल को उड़ा दिया, जिसमें 2 जवान शहीद हो गए हैं। नक्सलियों ने राशन से भरे वाहन को ब्लास्ट से उड़ाकर अपनी ताकत का एहसास फिर कराया है यानि एक तरफ धमाके-हत्याओं से दहशत फैलाना, हथियार बनाना, तो दूसरी तरफ लेवी वसूली के साथ-साथ अब नकली नोटों के जरिए नक्सली देश की अर्थव्यवस्था को भी कमजोर बना रहे हैं।
CG Naxal News: साफ लग रहा है कि सरकार की मंशा और फोर्सेज के एक्शन के बावजूद लाल लड़ाके अपने मंसूबे को पूरा करने नए-नए तरीके ढूंढ रहे हैं। सवाल है क्या नक्सलियों के सफाए का प्लान वक्त पर पूरा होगा, क्या नक्सलियों की मांद में फिर कोई बड़ी वारदात की साजिश पर काम हो रहा है ?