Loksabha Election 2024: पहले शाह, फिर मोदी..अब क्या करेंगे विरोधी? बीजेपी के विकास के एजेंडे का जवाब कांग्रेस किस मुद्दे से देगी?
Loksabha Election 2024: पहले शाह, फिर मोदी..अब क्या करेंगे विरोधी? बीजेपी के विकास के एजेंडे का जवाब कांग्रेस किस मुद्दे से देगी?
रायपुर: Loksabha Election 2024 लोकसभा चुनाव में प्रदेश भाजपा नेताओं की मंशा है कि वो देश के प्रधामंत्री को तीसरी बार सत्ता में लाने के लिए, 11 की 11 लोकसभा सीट जीतकर 2023 में जीत का रिटर्न गिफ्ट दें। बीजेपी का पूरा संगठन पूरी ताकत से इस लक्ष्य को पाने में जुटा है। शाह ने शंखनाद किया अब PM मोदी समेत दिग्गजों के कार्यक्रम तय हो रहे हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस को उम्मीद है कि इस बार प्रदेश से चौंकाने वाले परिणाम मिलेंगे, लेकिन कैसे, क्या तैयारी है इसकी?
Loksabha Election 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी पूरी तरह से एक्शन मोड में आ चुकी है। 22 फरवरी गुरूवार को केंद्रीय मंत्री अमित शाह प्रदेश दौरा कर चुनावी शंखनाद कर चुके हैं। 24 फरवरी को दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक है जिसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय समेत तमाम दिग्गज नेता दिल्ली जाएंगे। दरअसल पार्टी ने हर लोकसभा के लिए सर्वे करवाया हुआ, जिसके आधार पर प्रत्याशियों की पहली सूची पर बात होना है। इसके अलावा 24 फरवरी को PM नरेंद्र मोदी, वर्चुअल संवाद करते हुए, विकसित भारत-विकसित छत्तीसगढ़ कार्यक्रम के तहत छत्तीसगढ़ को 34 हजार करोड़ से ज्यादा की सौगात देंगे। वो यहां कई बड़े प्रोजेक्ट का शुभारंभ करेंगे। माना जा रहा है कि मार्च के दूसरे हफ्ते में चुनावी आचार संहिता लग सकती है। उससे पहले 2023 चुनाव में गेमचेंजर साबित हुई महतारी वंदन योजना को 8 मार्च को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लांच करने आ सकते हैं। सरकार स्तर पर पूरा तंत्र इसके लिए युद्ध स्तर पर जुटा है।
इधर, मजबूत संगठन, उत्साहित कार्यकर्ता, बड़े नेता और धारदार चुनावी जमावट के मुकाबले कांग्रेस के पास क्या तोड़ है। सवाल पर कांग्रेस का सीधा जवाब है। इस बार का चुनाव परिणाम अलग होगा, चौंकाने वाला होगा।
एक तरफ है कांग्रेस जिसके सामने कई चुनौतियां हैं…2023 में मिली करारी हार से टूटा मनोबल, राम मंदिर वाला माहौल, मोदी का बड़ा फेस,शाह की तगड़ी रणनीति, उसके मुकाबले इंडिया गठबंधन अब भी एकजुट नहीं दिखता, प्रदेश के कई दिग्गज कांग्रेसी नेता ED, IT, CBI जांच की जद में हैं। दूसरी तरफ है बीजेपी जिसके हक में हवा भी है और तैयारी भी तगड़ी है लेकिन पार्टी ने प्रदेश में अब तक कभी 11 की 11 सीट नहीं जीती हैं जो इस बार प्रदेश नेताओं का टार्गेट है। सवाल है इस बार बीजेपी का सपना पूरा होगा या कांग्रेस के चौंकाने वाले नतीजों की आस?

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