PM Modi meets Vishnu Deo Sai: नीति आयोग की बैठक में दिखी आत्मीयता! जब पीएम मोदी ने सीएम विष्णुदेव साय का थामा हाथ और कहा- छत्तीसगढ़ की बात अभी बाकी है

नीति आयोग की बैठक में दिखी आत्मीयता...PM Modi meets Vishnu Deo Sai: Intimacy was seen in the Niti Aayog meeting! When PM Modi held the

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Modified Date: May 24, 2025 / 07:23 PM IST
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Published Date: May 24, 2025 7:13 pm IST
HIGHLIGHTS
  • नीति आयोग की बैठक में दिखी आत्मीयता,
  • प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री साय का थामा हाथ,
  • प्रधानमंत्री मोदी ने कहा – छत्तीसगढ़ की बात अभी बाकी है,

रायपुर 24 मई 2025: PM Modi meets Vishnu Deo Sai: नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक के दौरान एक आत्मीय क्षण सामने आया, जिसने सबका ध्यान खींचा। लंच ब्रेक के समय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का हाथ थामते हुए मुस्कराकर कहा कि छत्तीसगढ़ की बात अभी बाकी है। इस एक वाक्य में प्रधानमंत्री का स्नेह, विश्वास और राज्य के प्रति विशेष रुचि झलक रही थी। उस क्षण आसपास उपस्थित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री एन. चंद्रबाबू नायडू और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री श्री एम.के. स्टालिन भी मुस्कराते हुए इस संवाद के साक्षी बने।

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PM Modi meets Vishnu Deo Sai: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के आदिवासी अंचलों में हो रहे सकारात्मक बदलाव, औद्योगिक निवेश, और ‘आत्मनिर्भर बस्तर’ की दिशा में राज्य सरकार द्वारा उठाए गए ठोस कदमों की सराहना की। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि कैसे बस्तर अब संघर्ष नहीं संभावना का प्रतीक बन रहा है जहाँ कभी बंदूकें चलती थीं वहाँ अब मशीनें, लैपटॉप और स्टार्टअप की चर्चा हो रही है। नवा रायपुर में देश की पहली सेमीकंडक्टर यूनिट और एआई डेटा सेंटर की स्थापना से लेकर लिथियम ब्लॉक की नीलामी तक छत्तीसगढ़ अब संसाधनों से परिपूर्ण राज्य बनने की ओर अग्रसर है और देश के विकास में छत्तीसगढ़ की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका है।

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PM Modi meets Vishnu Deo Sai: यह क्षण किसी औपचारिक संवाद का नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा छत्तीसगढ़ के विकास के लिए प्रतिबद्ध मुख्यमंत्री साय के प्रयासों की सहज स्वीकृति और सराहना का था। नीति आयोग की बैठक में जहां देशभर के राज्यों ने अपने विकास मॉडल प्रस्तुत किए वहीं छत्तीसगढ़ की प्रस्तुति ने प्रधानमंत्री की विशेष रुचि और सराहना प्राप्त की। यह स्पष्ट संकेत है कि छत्तीसगढ़ अब केवल एक उभरता हुआ राज्य नहीं बल्कि देश के समग्र विकास में एक निर्णायक भूमिका निभाने वाला राज्य बन चुका है।

प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री साय से "छत्तीसगढ़ की बात अभी बाकी है" क्यों कहा?

"छत्तीसगढ़ की बात अभी बाकी है" यह वाक्य प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री साय की विकास योजनाओं और बस्तर में हो रहे सकारात्मक बदलाव की सराहना के रूप में कहा, जो राज्य के लिए उनके विश्वास और रुचि को दर्शाता है।

"छत्तीसगढ़ की बात अभी बाकी है" का क्या अर्थ है?

"छत्तीसगढ़ की बात अभी बाकी है" का मतलब है कि छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा और उसकी संभावनाओं पर चर्चा और काम अभी और होना बाकी है – यानी राज्य में आगे और बड़ी प्रगति की उम्मीद है।

नीति आयोग की बैठक में छत्तीसगढ़ की क्या विशेषताएं रहीं?

"नीति आयोग की बैठक में छत्तीसगढ़" की ओर से मुख्यमंत्री साय ने आत्मनिर्भर बस्तर, 3T मॉडल (Technology, Transparency, Transformation), लिथियम ब्लॉक नीलामी, और 2047 के लिए 75 लाख करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था का विज़न प्रस्तुत किया।

बस्तर को आत्मनिर्भर बनाने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?

"बस्तर को आत्मनिर्भर" बनाने के लिए स्किल डेवलपमेंट सेंटर, औद्योगिक निवेश, स्टार्टअप्स, सेमीकंडक्टर यूनिट, और एआई डेटा सेंटर जैसे प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं।

क्या छत्तीसगढ़ अब राष्ट्रीय विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है?

हां, "छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय विकास में" अब एक निर्णायक भूमिका निभा रहा है, जिसे नीति आयोग में प्रधानमंत्री मोदी की सराहना से भी स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।