Sakti District Latest News: डभरा का खंड शिक्षा अधिकारी घर पर चला रहा है क्लिनिक!.. मरीजों का इलाज करते वीडियो वायरल, शुरू हुई विभागीय जांच

एक ओर जहां प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने का प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी ओर एक शिक्षा अधिकारी का इस प्रकार से चिकित्सा पेशे में अनधिकृत रूप से शामिल होना विभाग की छवि को धूमिल कर रहा है।

Modified Date: May 24, 2025 / 10:07 pm IST
Published Date: May 24, 2025 10:07 pm IST
HIGHLIGHTS
  • बीईओ का क्लीनिक चलाने का वीडियो वायरल, बिना डिग्री अवैध इलाज करने के आरोप।
  • जिला शिक्षाधिकारी ने गठित की जांच टीम, 7 दिन में रिपोर्ट देने का निर्देश।
  • शिक्षा विभाग की छवि धूमिल, अधिकारी पर शिक्षा व्यवस्था नजरअंदाज करने के आरोप।

 

Sakti Block Education Officer Viral Video: सक्ती: कुछ दिन पहले सक्ती जिले के शिक्षा विभाग से जुड़े एक अधिकारी का ऐसा कारनामा उजागर हुआ था जो फिलहाल इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।

Read More: Korba Nagar Nigam Commissioner: निगम आयुक्त जायेंगे प्रशिक्षण लेने IAS अकादमी मसूरी.. अपर कमिश्नर विनय मिश्रा को मिली अस्थाई कमान

 ⁠

दरअसल जिले के ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) श्याम लाल वारे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो में वह अपने निजी आवास पर मरीजों का इलाज करते हुए नजर आ रहे थे। मामले के सामने आने के बाद जिला शिक्षाधिकारी ने जांच टीम गठित कर सात दिवस के अंदर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने कहा है। जांच प्रतिवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई करने की बात कही गई है।

Sakti Block Education Officer Viral Video: जानकारी के मुताबिक, श्याम लाल वारे वर्तमान में डभरा शिक्षा विभाग में बीईओ के पद पर कार्यरत हैं, लेकिन उनका ध्यान शिक्षा व्यवस्था सुधारने की बजाय निजी क्लीनिक संचालन में अधिक है। बताया जा रहा है कि वह बिना किसी वैध पंजीकरण के अपने घर में क्लीनिक चला रहे हैं। यहां बाकायदा मरीजों का इलाज भी किया जाता है। यह कार्य न केवल अवैध है, बल्कि ग्रामीणों की जान से भी सीधा खिलवाड़ भी है। उन्हें न तो मेडिकल की कोई डिग्री प्राप्त है और न ही क्लीनिक चलाने की कोई कानूनी अनुमति।

Read Also: Naxalites Encounter Ground Zero: जहां मारा गया नक्सलियों का सरदार ‘बसवाराजू’ वहां पहुंची IBC24 की टीम.. 11 घंटो में 45 किलोमीटर का पैदल सफर.. देखें पूरा मंजर..

एक ओर जहां प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने का प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी ओर एक शिक्षा अधिकारी का इस प्रकार से चिकित्सा पेशे में अनधिकृत रूप से शामिल होना विभाग की छवि को धूमिल कर रहा है। इस पूरे मामले में शासन-प्रशासन की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। वीडियो वायरल होने के बाद जिला शिक्षाधिकारी ने कहा कि जांच टीम गठित की गई है। जांच के बाद रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन आगे भेजा जाएगा।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown