दुर्ग। शहर की राजनीतिक फिजा फिर एक बार गरमा गई है, दुर्ग में कांग्रेस की 20 साल बाद शानदार वापसी से महापौर और सभापति तो बन गया लेकिन जिन्हें शहरी सरकार के मंत्रिमंडल में मौक़ा नहीं मिला अब उनकी नाराजगी सामने आने लगी है। सीनियर पार्षद जो दो तीन या चार बार पार्षद बनकर सदन तो पहुचे लेकिन MIC में उनके स्थान पर हाल ही में ठीक चुनाव से पहले भाजपा से कांग्रेस में आई जयश्री जोशी को MIC में अवसर दिए जाने से खासी नाराजगी फूटने लगी है।
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पहली बार चुनाव जीतकर पहुचे मनदीप सिंह भाटिया पर भी वरिष्ठ पार्षदों का रोष साफ़ नजर आ रहा है। शहर विधायक अरुण वोरा के पास पहुंचकर इन पार्षदों ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई तो कुछ पार्षद महापौर की दौड़ में शामिल होने का खामियाजा मान रहे हैं। जिन पार्षदों को MIC में लेने का नाम आगे चल रहा था जिन्हें नहीं लिया गया उनमें कुछ नाम हैं मदन जैन, राजकुमार नारायणी, प्रेमलता साहू, महेश्वरी ठाकुर, ज्ञानदास बंजारे।
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इस मामले में शहर विधायक अरुण वोरा ने किसी भी आक्रोश की आवाज उन तक नहीं पहुंचने की बात कही है, बहरहाल अब देखना होगा इस तरह महज चंद दिनों में बनी इस स्थिति को महापौर धीरज बाकलीवाल कैसे तालमेल बनाकर आगे शहर हित में काम करेंगे या फिर पूरा कार्यकाल सिर्फ हंगामो और आपसी खटपट की भेंट चढ़ जाएगा।
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