adulteration in quality coal: रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर और दूसरे जिलों में विदेश से आने वाले कोयले की खेप में मिलावट करने वाला गैंग एक बार फिर सक्रिय हो गया है….सिलतरा स्थित जायसवाल निको कंपनी के प्रबंधन ने पुलिस में शिकायत करते हुए बताया कि दो ट्रक साउथ अफ्रीका से बेशकीमती कोकिंग कोल बुलवाया था जो कंपनी में अंदर लेने से पहले लैब टेस्टिंग में मिलावट मिलने पर ट्रक चालकों से पुछा गया तो दोनों ट्रकों के ड्रायवर ट्रक छोड़कर फरार हो गये।
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इस पूरे काले कारोबार का भांडाफोड मीडिया ने आठ महीने पहले भी किया था, इस दौरान यह खुलासा किया गया था कि पानी के जहाजां के जरिये साउथ अफ्रीका से कोकिंग कोल विशाखापट्टनम सी पोर्ट पर कंपनियां द्वारा बुलवाया जाता है और ट्रांसपोर्टरां के ट्रकों के जरिये रायपुर समेत दूसरे जिले की स्टील फैक्ट्रियां और पावर प्लांट में लाया जाता है, लेकिन इसी दौरान इस काले कारोबार से जुडे लोग अवैध रूप से संचालित यार्डो में लेजाकर घटिया क्वालिटी का कोयला मिलाया जाता है और वजन बराबर करने के लिये ऊपर से पानी डाला जाता है।
इतना ही नही ये गैंग इतना शातिर है कि कंपनियां में क्वालिटी जांच करने वाले कुछ कर्मचारियां को मोटी रकम देने का लालच देकर जांच में पास करवाकर कई बार फैक्ट्रियो में कोयला सप्लाई करवा चुके हैं। इस पूरे काले कारोबार का खुलासस होने के बाद खमतराई थाना पुलिस ने अवैध रूप से यार्ड संचालित करने वाले 1 यार्ड मालिक सरफराजा उर्फ बाबू और ट्रांसपोर्टर प्रीतम सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्जकर गिरफ्तार किया था।
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गौरतलब है कि राज्य के कोरबा, रायगढ़ और रायपुर के उरला में अवैध रूप से संचालित यार्डो में इस तरह का काम धड़ल्ले से संचालित हो रहा है…जानकारों की माने तो इस मिलावटी कोयले की सप्लाई से स्टील एंड पॉवर प्लांट को बडा नुकसान होता है….फिलहाल सिलतरा चौकी पुलिस ने दोनों ट्रक जब्त कर मामला दर्ज किया है और ट्रक चालकों समेत उनके आकाओं की तलाश में जुट गई है।