नक्सलियों के कब्जे में जवान! रिहाई के लिए केंद्र ने सुझाए 9 मध्यस्थों के नाम, नक्सलियों ने रखी है ये शर्त…देखिए

नक्सलियों के कब्जे में जवान! रिहाई के लिए केंद्र ने सुझाए 9 मध्यस्थों के नाम, नक्सलियों ने रखी है ये शर्त...देखिए

नक्सलियों के कब्जे में जवान! रिहाई के लिए केंद्र ने सुझाए 9 मध्यस्थों के नाम, नक्सलियों ने रखी है ये शर्त…देखिए
Modified Date: November 29, 2022 / 08:51 pm IST
Published Date: April 8, 2021 11:23 am IST

बीजापुर /सुकमा /रायपुर। बीजापुर के तर्रेम में बीते ​3 अप्रैल को हुए नक्सली हमले के बाद अगवा किए गए जवान राकेश्वर मन्हास की रिहाई की पहल शुरू हो गई है, केंद्र ने राज्य को 9 मध्यस्थों के नाम सुझाए हैं, हालाकि कि अभी नामों को उजागर नहीं किया गया है, ऐसा माना जा रहा है कि सिविल सोसाइटीज से जुड़े बस्तर के आदिवासी नेता मध्यस्थ बनाए जा सकते हैं।

Read More: नक्सली कब्जे से कोबरा कमांडो राकेश्वर की जल्द हो रिहाई, उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कही ये बात

नक्सलियों ने कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर मन्हास को बीते 5 दिनों से कैद कर रखा है, नक्सलियों ने प्रेस नोट करके और आईबीसी संवाददाता को फोन कर इस बात की जानकारी दी थी कि मुठभेड़ के बाद लापता जवान उनके कब्जे में है, और सरकार यदि मध्यस्थों की घोषणा करती है तो जवान को वे सुरक्षित रिहा कर देंगे।

 ⁠

Read More: दिलशाद गार्डन के इंडस्ट्रियल एरिया में आग, दमकल की कई गाड़ियां मौके पर मौजूद

इधर जम्मू में रहने वाले जवान के परिजनों ने भी जवान को रिहा करने की अपील की थी, जवान की पत्नी, मां और बेटी ने उन्हे सकुशल छोड़ देने की मांग की थी, वहीं बीजापुर से ही आने वाले भाजपा के पूर्व मंत्री महेश गागड़ा और कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी ने भी नक्सलियों से जवान को मानवता के आधार पर जल्द से जल्द और नि:शर्त छोड़ने की अपील की है।

Read More: रेल लाइन दोहरीकरण में लगे पोकलेन में नक्सलियों ने लगाई आग, 50-60 की संख्या में थे नक्सली

इसके पहले कल नक्सलियों ने कहा था कि स्थानीय स्तर पर जवान की रिहाई नहीं होगी, सरकार को मध्यस्थों की घोषणा करना होगा, मध्यस्थों को ही जवान को सौंपा जाएगा।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com