बच्चों का भविष्य बनाने शिक्षकों की अनूठी पहल, एक्सट्रा क्लास लगाकर पढ़ा रहे 9वीं में अनुत्तीर्ण हुए छात्रों को
बच्चों का भविष्य बनाने शिक्षकों की अनूठी पहल, एक्सट्रा क्लास लगाकर पढ़ा रहे 9वीं में अनुत्तीर्ण हुए छात्रों को
रायपुर: कहते हैं शिक्षक बच्चों के भविष्य का निर्माता होता है। इसी बात को प्रमाणित किया फुंडहर स्कूल के शिक्षकों ने। प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था और गुणवत्ता को लेकर लगातार शिक्षकों को कटघरे में खड़ा किया जाता रहा है, लेकिन फुंडहर स्कूल के शिक्षकों की इस पहल ने सबका मुंह बंद कर दिया है। इस स्कूल के शिक्षकों 9वीं में फेल हुए छात्रों को एक्सट्रा क्लास लगाकर पढ़ाई करवा रहे हैं और अबे से बच्चे ओपन स्कूल की परीक्षा देंगे।
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दरअसल फुंडहर स्कूल में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे किसी कारण से पिछले साल परीक्षा पास नहीं कर पाए थे, जिसके चलते उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ा। बावजूद इसके इन बच्चों में पड़ाई का जज्बा बरकरार था। बच्चों ने स्कूल पहुंचकर शिक्षकों के सामने पढ़ने की इच्छा जताई। मामले की गंभीरता को देखते हुए शिक्षकों और शाला प्रबंधन समिति के मध्य ऐसे ग्यारह बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने के लिए कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई और बच्चों को ओपन स्कूल के जरिए पढ़ाई जारी रखने का निर्देश दिया। साथ ही उन्हें घर पर रहकर पढ़ाई करने की सलाह दी। इसके लिए हर संभव मदद का भी आश्वासन दिया गया।
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बच्चों ने शिक्षकों के इस राय को पसंद नहीं किया। उनका कहना था कि कक्षा में पढ़ाई की अपेक्षा घर में बैठकर पढ़ना नीरस और उबाऊ लगता था। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने की ओर से इन बच्चों को कक्षाओं में बैठने की व्यवस्था की गई। यहां भी इन बच्चों को अपने से जूनियर बच्चों के साथ बैठने में झिझक होने लगी और बच्चें कक्षाओं से गायब होने लगे। स्कूल ने फिर रणनीति बदली, ऐसे बच्चों के लिए अलग कक्षा और दो निजी शिक्षकों की व्यवस्था करने का निर्णय लिया, लेकिन यहां भी दिक्कत आई। स्कूल ने इन बच्चों की दिक्कत दूर करने के लिए फिर हल निकाला। प्राचार्य और शिक्षकों ने अतिरिक्त समय में इन बच्चों के लिए अलग से कक्षा संचालित कर पढ़ाई की व्यवस्था की। शाला प्रबंधन समिति ने भी इस कार्य में भरपूर सहयोग दिया।

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