भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन में कमलनाथ सरकार, 15 सालों के घोटालों की फाइलें खुली

भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन में कमलनाथ सरकार, 15 सालों के घोटालों की फाइलें खुली

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  • Publish Date - December 22, 2019 / 01:08 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:19 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार ने अपने वादे के मुताबिक भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ कार्रवाई तेज़ कर दी है। .बीजेपी सरकार के राज में हुए करोडों के घोटालों में मध्यप्रदेश सरकार भ्रष्ट के अफसरों समेत पिछली सरकार के तमाम मंत्रियों के भी कारनामें दर्ज हैं। कमलनाथ सरकार का दावा है कि मध्यप्रदेश में भ्रष्ट अफसरों नेताओं का सिंडिकेट अब बरर्दाश्त नहीं होगा।

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चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के वोटर्स से उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का वादा किया था। जिन्होंने मध्यप्रदेश सरकार के खज़ाने में खयानत लगाई थी। कांग्रेस की सरकार भी वोटर्स को किया वादा नहीं भूली। सरकार ने साफ किया कि भ्रष्टाचार के मामलो में अफसरों,नेताओं को राहत नहीं मिलेगी। ईओडब्लू ने ताबड़तोड़ शिकायतें खंगाली और उन पर एफआईआर दर्ज की। सालभर में कमलनाथ सरकार ने सिंहस्थ घोटाले,ई टेंडरिंग घोटाले,स्कॉलरशिपर घोटाले समेत तमाम घोटालों पर 34 मामले दर्ज कर दर्जनों रसूखदारों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।

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ईओडब्लू में अब तक कुल 17 सौ 06 शिकायतों की जांच जारी है। सालभर में आईं तमाम शिकायतों में 55 शिकायतों को EOW ने अपनी जांच के दायरे में ले लिया है। आपको बता दें कि ईओडब्ल्यू ने स्कॉलरशिप घोटाले में 28 केस दर्ज किए हैं। मिड डे मिल घोटाले में 2 केस दर्ज किए हैं, तो वहीं सिंहस्थ 2016 घोटाले को लेकर 2 केस दर्ज किए हैं। इसके अलावा राशन कार्ड घोटाले में भी 1 और ई टेंडरिंग घोटाले में 1 एफआईआर दर्ज की है।

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दरअसल ये सभी घोटाले बीजेपी की शिवराज सरकार के कार्यकाल में हुए हैं। इन्हीं घोटालों का जिक्र करते करते कांग्रेस ने शिवराज सरकार के खिलाफ चुनावों में जमकर माहौल बनाया था। लिहाज़ा सत्ता में आने के बाद सभी शिकायतों की फाइलें खुलीं है। इन फाइलों की धूल जब हटी तब भ्रष्ट अफसरों,बीजेपी नेताओं के सिंडिकेट की तस्वीर साफ हुई। सरकार ने ईओडब्ल्यू को सभी मामलों में जांच कर प्रकरण दर्ज करने फ्री हैंड दे दिया है। उधर बीजेपी नेताओं को कांग्रेस सरकार की कार्रवाई गले नहीं उतर रही। बीजेपी नेताओं का कहना है कि सरकार दुर्भावनापूर्ण तरीके से काम कर रही है।

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कार्रवाई तो जारी है लेकिन अब भी बड़े रसूखदार आज़ाद घूम रहे हैं। ज़रुरत है कि सरकार एक बार फिर सख्ती से कदम उठाए। जिस तरह माफियाओं के खिलाफ कमलनाथ सरकार ने एक्शन लिया है ठीक वैसे ही भ्रष्ट अफसरों,नेताओं के सिंडिकेट को कमलनाथ सरकार तबाह करे।