Karnataka Assembly Opposition: बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा में मंगलवार को कानून-व्यवस्था की स्थिति के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हुई और विपक्षी भाजपा ने आरोप लगाया कि प्रदेश ‘गुंडा राज्य’ में बदल गया है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष आर अशोक ने अपने और कुछ अन्य सदस्यों के कार्यस्थगन प्रस्तावों के संदर्भ में मांग की कि पहले कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा होनी चाहिए।कांग्रेस सदस्यों और प्रदेश सरकार के मंत्रियों ने सरकार के खिलाफ भाजपा के आरोपों पर कड़ा ऐतराज जताया और गहमा गहमी की स्थिति बन गई।
अशोक ने कहा, ‘‘बेलगावी में महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने, हावेरी सामूहिक बलात्कार, साइबर अपराध और आतंक संबंधी गतिविधियों जैसी हाल की घटनाओं से कानून और व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है। हमारे कार्य स्थगन प्रस्ताव के नोटिस को स्वीकार किया जाए और इस पर चर्चा कराई जाए। पिछली बार, बेलगावी सत्र के दौरान भी हमने इस पर कार्य स्थगन नोटिस दिया था, और मामला एजेंडे में सूचीबद्ध था, लेकिन चर्चा के लिए नहीं लिया गया।’’
Karnataka Assembly Opposition: विधानसभा अध्यक्ष यू टी कादिर से विपक्ष की मांग को स्वीकार करने का अनुरोध करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मुद्दा महत्वपूर्ण है क्योंकि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है और सवाल उठ रहे हैं कि कानून व्यवस्था नाम की चीज है भी या नहीं। कोई नहीं जानता कि सरकार जिंदा है या मर गई। प्रदेश गुंडा राज्य में तब्दील हो गया है।’’ गृह मंत्री जी परमेश्वर ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि सरकार विपक्ष के मुद्दा उठाने के खिलाफ नहीं है लेकिन प्रश्नकाल के बाद इसे लिया जाना चाहिए।