25 साल से समाज को शिक्षित करने वाली शिक्षिका सीमा चतुर्वेदी होंगी राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित, मिला राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार

25 साल से समाज को शिक्षित करने वाली शिक्षिका सीमा चतुर्वेदी होंगी राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित, मिला राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार

25 साल से समाज को शिक्षित करने वाली शिक्षिका सीमा चतुर्वेदी होंगी राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित, मिला राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार
Modified Date: November 29, 2022 / 07:49 pm IST
Published Date: August 27, 2019 1:50 pm IST

कोरबा: शिक्षण में नवाचार के लिए ख्यातिलब्ध कोरबा जिले की ऊर्जावान शिक्षिका सीमा चतुर्वेदी को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। उन्हें शिक्षक दिवस के अवसर पर दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सिल्वर मेडल प्रदान करेंगे। पिछले 25 वर्ष से बच्चों की शिक्षा-दीक्षा में उत्कृष्ट योगदान दे रहीं सीमा शासकीय माध्यमिक शाला स्याहीमुड़ी में हेडमास्टर का दायित्व निभा रहीं हैं। एमएससी जूलॉजी व एमए समाजशास्त्र की डिग्री ले चुकीं सीमा ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए अपने 25 साल समाज को शिक्षित करने लगा दिया। अपने कार्यकाल के दौरान सीमा ने सामुदायिक सहभागिता, नवाचार, कबाड़ से जुगाड़ से खेल-खेल में शिक्षा के अनेक अनुकरणीय मार्ग सुझाए। उनके पढ़ाए कई बच्चे राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर में पहुंचकर जिले का मान बढ़ाया है। इनोवेटिव आइडिया और लो कॉस्ट टीचिंग स्किल में पहले भी वे नेशनल अवार्ड जीत चुकी हैं, जो उन्हें मुंबई में प्रदान किया गया था। यही सब उनके राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चुने जाने का महत्वपूर्ण आधार बना।

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सीमा चतुर्वेदी ने बताया कि पूर्व में प्रत्येक राज्य का कोटा होता था, जिसमें छह लोगों को पुरस्कार के लिए चयनित करना तय होता था। अब केवल शिक्षकों की व्यक्तिगत योग्यता, कार्य एवं अनुभव के आधार पर ही अखिल भारतीय स्तर पर मौका प्रदान किया जाता है, जिसमें वे सफल रहीं। बच्चों के कल्चरल एक्टिविटी, जिले से लेकर संभाग, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभागिता, प्रकाशित लिट्रेचर समेत कई बिंदुओं में कुल 100 नंबर के अनेक इम्तेहान में उन्होंने बतौर शिक्षिका अव्वल दर्जे से उत्तीर्ण कर पुरस्कार की हकदार बनीं। उन्हें प्रशस्ति पत्र के साथ 50 हजार रुपये का प्रोत्साहन पुरस्कार भी प्रदान किया जाएगा।

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दरअसल मार्च-अप्रैल में सीमा ने राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। इस प्रक्रिया में प्रस्तुत दस्तावेजों की मौलिकता के आधार पर पहले जिला व उसके बाद राज्य से तीन का चयन किया गया। दोनों पड़ाव पार करने के बाद दिल्ली में उन्हें प्रेजेंटेशन के लिए बुलाया गया, जो 16 अगस्त को हुआ। इस प्रेजेंटेशन में अखिल भारतीय स्तर पर 155 प्रतिभागियों को बुलाया गया था। दस मिनट के प्रेजेंटेशन में 100 अंक के सवाल थे, जिनमें उन्होंने इनोवेटिव आइडिया में सबसे ज्यादा अंक बटोरकर निर्णायकों को प्रभावित कर दिया। एमएचआरडी ने पूरे देश से 45 को फाइनल किया, जिनमें सीमा एक रहीं। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए फाइनल की गई लिस्ट में इस बार सीमा चतुर्वेदी छत्तीसगढ़ की एकमात्र शिक्षिका हैं।

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