मुरैना । लॉक डाउन बढ़ता जा रहा है,,और लोगो की सब्र टूटता जा रहा है। सरकारों ने मजदूरों को वापस बुलाने के इंतजाम भी किए हैं, फिर भी हजारों मजदूर सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा पैदल करने को मजबूर हैं।
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ऐसे ही कुछ मजदूर छत्तीसगढ़ के कवर्धा से चल कर मुरैना पहुंचे, जिले से आगे जाने के लिए जब यहां से कोई इंतजाम नहीं दिखा तो वो कलेक्टर बंगले पर पहुंच गए, पर यहां भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई, अलबत्ता मजदूरों को यहां से उनको अस्पताल भेज दिया ।
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दरअसल छत्तीसगढ़ के कवर्धा से गुड़ की फैक्ट्री में काम करने वाले 45 मजदूर उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर जाने के लिए निकले हैं। ये मजदूर पैदल-ट्रक और अन्य साधनों के जरिए मुरैना पहुंच गए, यहां पहुंच कर मजदूरों ने पर कलेक्टर बंगले जाकर आगे जाने के लिए साधन उपलब्ध कराने की मांग की है। हालांकि कलेक्टर साहब के बंगले पर घटों बैठने के बाद भी कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला , कुछ मजदूर बंगले के बाहर बैठे रहे कुछ यहां से निकल गए,और कुछ को अस्पताल पहुंचाया दिया गया है।