विष्णुदेव साय को तीसरी बार प्रदेश अध्यक्ष की कमान, पूर्व CM रमन सिंह की पसंद पर लगी मुहर
विष्णुदेव साय को तीसरी बार प्रदेश अध्यक्ष की कमान, पूर्व CM रमन सिंह की पसंद पर लगी मुहर
रायपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय तीसरी बार छत्तीसगढ़ भाजपा के अध्यक्ष बनाए गए हैं। पार्टी नेताओं से चर्चा के बाद प्रदेश अध्यक्ष पद पर उनके नाम को लेकर सहमति बनी। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज उनके नाम की घोषणा की। पूर्व सांसद साय को केंद्रीय संगठन और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का करीबी माना जाता है। उनकी पसंद के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर मुहर लगी है।
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यह तीसरा कार्याकाल
ऐसी चर्चा है कि उनकी नियुक्ति अगले विधानसभा चुनावों तक के लिए है। हम आपको बता दें कि विष्णुदेव साय पहले भी प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाल चुके हैं। यह उनका तीसरा कार्यकाल होगा। इससे पहले 2006 से 2009 और फिर 2013 तक पार्टी की कमान उनके हाथ में रही। 1999 से 2014 तक रायगढ़ से सांसद रहे। मोदी-1.0 में केंद्र में मंत्री बनाए जाने के बाद उन्होंने संगठन पद से इस्तीफा दे दिया था।
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साय को माना जाता है आरएसएस का करीबी
साय को संगठन के साथ ही आरएसएस का भी करीबी माना जाता है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी किसी आदिवासी नेता को भी सौंपे जाने की चर्चा काफी समय से चल रही थी । इसके पीछे तर्क यह है कि नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी ओबीसी वर्ग को दी गई है। वहीं, कांग्रेस ने प्रदेश संगठन की जिम्मेदारी एसटी को सौंपी है।
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राज्य में अब तक ज्यादातर ऐसा ही होता आया है कि दोनों दलों का नेतृत्व एक ही वर्ग के पास रहा है। इससे पहले दोनों दलों की कमान ओबीसी के पास थी। हम आपको बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में जब प्रदेश के निवर्तमान सांसदों के टिकट काटे जाने को लेकर चर्चाएं शुरू हुईं तो सबसे पहले विष्णु देव साय ने अपना नाम रखा और चुनाव न लड़ने की सहमति जताई थी।
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उनके इस कदम का केंद्रीय नेतृत्व पर सार्थक प्रभाव पड़ा था। इससे पहले पिछले लोकसभा चुनाव के समय तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने धरमलाल कौशिक को हटाकर विक्रम उसेंडी काे अध्यक्ष बनाया था। उसेंडी का एक साल का कार्यकाल संतोषजनक नहीं रहा।
विक्रम उसेंडी ने कहा- प्रदेश में रिकॉर्ड सदस्यता अभियान चला
विक्रम उसेंडी का कहना है कि उनके कार्यकाल में लोकसभा, नगरी निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव हुए। इसके साथ-साथ पार्टी के संगठन चुनाव भी हुए। इस दौरान प्रदेश में रिकॉर्ड सदस्यता अभियान भी चला। यही उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि रही। मुझे अपने कार्यकाल में सभी का सहयोग मिला है उन सब का मैं आभारी हूं।
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