देश में कोविड-19 के 16,577 नए मामले सामने आए, 120 और लोगों की मौत

देश में कोविड-19 के 16,577 नए मामले सामने आए, 120 और लोगों की मौत

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  • Publish Date - February 26, 2021 / 05:40 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:29 PM IST

नयी दिल्ली, 26 फरवरी (भाषा) भारत में एक दिन में कोविड-19 के 16,577 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,10,63,491 हो गई। इनमें से 1,07,50,680 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 120 और लोगों की संक्रमण से मौत हो गई, जिससे मृतक संख्या बढ़कर 1,56,825 हो गई है।

आंकड़ों के अनुसार, केन्द्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप में वायरस से मौत का पहला मामला सामने आया है। वहीं, पिछले 24 घंटे में वायरस से जिन 120 लोगों की मौत हुई, उनमें महाराष्ट्र के 56 , केरल के 14 और पंजाब के 13 लोग शामिल हैं।

देश में उपचाराधीन लोगों की संख्या भी बढ़कर 1,55,986 हो गई, जो कुल मामलों का 1.41 प्रतिशत है।

आंकड़ों के अनुसार, कुल 1,07,50,680 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 97.17 प्रतिशत हो गई। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.42 प्रतिशत है।

देश में पिछले साल सात अगस्त में संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी।

वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे।

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 25 फरवरी तक 21,46,61,465 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की जा चुकी है। इनमें से 8,31,807 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई थी।

मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में वायरस से अभी तक कुल 1,56,825 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 51,993, तमिलनाडु के 12,483 , कर्नाटक के 12,316 , दिल्ली के  10,905 , पश्चिम बंगाल के 10,260, उत्तर प्रदेश के 8,723 और आंध्र प्रदेश के 7,168 लोग शामिल हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं।

मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का आईसीएमआर के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।

भाषा निहारिका पवनेश

पवनेश