मोदी के बयान ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के उनके नारे के विपरीत हैं: फारूक अब्दुल्ला

मोदी के बयान 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' के उनके नारे के विपरीत हैं: फारूक अब्दुल्ला

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  • Publish Date - May 18, 2024 / 10:03 PM IST,
    Updated On - May 18, 2024 / 10:03 PM IST

पुंछ/जम्मू, 18 मई (भाषा) नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर देश के लोगों को धर्म के आधार पर बांटने का आरोप लगाया और कहा कि उनके हालिया बयान उनके अपने नारे ‘‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’’ के विपरीत हैं।

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने दावा किया कि 2014 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्र में सत्ता संभालने के बाद से मुसलमानों के प्रति नफरत बढ़ गई है, जबकि लोग मुद्रास्फीति और बढ़ती बेरोजगारी के कारण पीड़ित हैं।

पुंछ जिले के सूरनकोट में लोकसभा चुनाव के लिए एक रैली को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने कहा, “मैंने जवाहरलाल नेहरू से लेकर लगभग सभी प्रधानमंत्रियों के (चुनावी) भाषण सुने हैं और मोदी को छोड़कर, सभी ने हमेशा लोगों को एकजुट करने की बात की है क्योंकि एक देश के रूप में यही हमारी सफलता की गारंटी है।’’

उन्होंने कहा, “उनके (मोदी के) हालिया बयानों में जहां वह मुसलमानों को बाहरी बताने, अधिक बच्चे पैदा करने, यह दावा करके हिंदुओं को डराने की बात कर रहे हैं कि उनकी (हिंदुओं की) महिलाओं के मंगलसूत्र सहित उनकी संपत्ति छीन ली जाएगी और अल्पसंख्यक समुदाय के बीच वितरित कर दी जाएगी, इसकी कोई नजीर नहीं है। हम मुसलमान सिर्फ अपना हक चाहते हैं, दूसरों का हक हड़पने का हमारा कोई इरादा नहीं है।”

यह रैली अनंतनाग-राजौरी लोकसभा क्षेत्र से ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के उम्मीदवार मियां अल्ताफ के समर्थन में नेकां और कांग्रेस द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की गई थी, जहां 25 मई को मतदान होना है।

अब्दुल्ला ने कहा, ‘नेकां और कांग्रेस देश की रक्षा के लिए एक साथ आए हैं ताकि हम सम्मान के साथ जी सकें और सम्मानपूर्वक मर सकें। हमारा देश अभी भी गरीबी से जूझ रहा है और हम अपनी समस्याओं को तभी दूर कर सकते हैं जब हम एकजुट होंगे।’

उन्होंने दावा किया कि देश में बदलाव की बयार चल रही है और भाजपा को अपनी सरकार खतरे में नजर आ रही है, जो पार्टी के शीर्ष नेताओं के बयानों से स्पष्ट है।

उन्होंने कहा, ‘वे ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के बारे में बात करते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री के भाषण उनके बार-बार दोहराये जाने वाले नारे के विपरीत हैं। गृह मंत्री (अमित शाह) हमें विभाजित करने के उद्देश्य से भाजपा के करीबी लोगों की उपस्थिति में विशेष रूप से आमंत्रित लोगों से मिलते हैं।’’

उन्होंने कहा कि इस्लाम मुसलमानों को दूसरे धर्मों का सम्मान करना सिखाता है और ‘हम नफरत में विश्वास नहीं करते।’’

उन्होंने कहा, ‘‘(कांग्रेस नेता) राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली और बाद में पूर्वोत्तर से महाराष्ट्र तक भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाली। उनका एकमात्र उद्देश्य बढ़ती नफरत के सामने देश को एकजुट करना और जनता का दर्द समझना था।’’

उन्होंने कहा, ‘वे मुझे पाकिस्तानी, खालिस्तानी, अमेरिकी एजेंट करार दे रहे हैं क्योंकि मैं सीधी बात कर रहा हूं। मैं उनसे पूछ रहा हूं कि अगर वे चीन से बात कर सकते हैं, जिसने हमारी जमीन ले ली है, तो वे हमें अशांति से बाहर निकालने के लिए पड़ोसी देश (पाकिस्तान) से बात क्यों नहीं कर रहे? हम भी देश के नागरिक हैं।’’

भाषा प्रशांत अमित

अमित