टमाटर के बाद जनता की थाली से गायब होगा प्याज! जल्द बढ़ेगी कीमतें…
Onion Price Will Hike : लोग टमाटर की बढ़ी हुई कीमतों से अभी संभले भी नहीं हैं कि अब प्याज की कीमतें भी बढ़ सकती है।
Onion Price Will Hike
नई दिल्ली : Onion Price Will Hike : मानसून के आते ही देश की जनता सब्जियों के दामों में हुई बढ़ोतरी से परेशान है। टमाटर की कीमतों ने जनता को सबसे ज्यादा परेशान किया है। टमाटर की कीमतें देश के कई इलाकों में 100 रुपए प्रति किलो से भी ऊपर हैं। कहीं-कहीं तो टमाटर की कीमत 200 रुपए प्रति किलो के भी पार है। लोग टमाटर की बढ़ी हुई कीमतों से अभी संभले भी नहीं हैं कि अब प्याज की कीमतें भी बढ़ सकती है। तंग आपूर्ति के कारण प्याज की कीमत इस माह के आखिर में खुदरा बाजार में बढ़ने की आशंका है और अगले महीने यह लगभग 60-70 रुपए प्रति किलो तक पहुंच सकती है। हालांकि, अक्टूबर से खरीफ की आवक शुरू होने पर प्याज की आपूर्ति बेहतर होगी, जिससे कीमतों में नरमी आने की उम्मीद है।
इतना महंगा हो सकता है प्याज
Onion Price Will Hike : क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स की रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘मांग-आपूर्ति में असंतुलन का असर अगस्त के अंत में प्याज की कीमतों पर दिखने की आशंका है। जमीनी स्तर पर बातचीत से जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार खुदरा बाजार में सितंबर की शुरुआत से कीमतों में अच्छी-खासी वृद्धि होने की आशंका है और यह 60-70 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती है।
बढ़ेगी प्याज की खपत
रिपोर्ट में कहा गया है कि रबी प्याज के भंडारण और उपयोग की अवधि एक-दो महीने कम होने और इस साल फरवरी-मार्च में घबराहट के कारण बिकवाली से, खुले बाजार में रबी स्टॉक में सितंबर के बजाय अगस्त के अंत तक काफी गिरावट आने की आशंका है। इससे प्याज की खपत में बढ़ोतरी होगी।’’ रिपोर्ट में कहा गया है कि अक्टूबर से खरीफ की आवक शुरू होने पर प्याज की आपूर्ति बेहतर होगी, जिससे कीमतों में नरमी आने की उम्मीद है।
कम होगा प्याज का उत्पादन
Onion Price Will Hike : इसमें कहा गया है कि त्योहारी महीनों (अक्टूबर-दिसंबर) में कीमतों में उतार-चढ़ाव दूर होने की उम्मीद है। इस साल जनवरी-मई के दौरान प्याज की कीमतों में गिरावट से उपभोक्ताओं को कुछ राहत मिली। हालांकि, इससे प्याज किसान खरीफ मौसम में बुवाई के लिये हतोत्साहित हुए। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘इसको देखते हुए, हमारा मानना है कि इस साल रकबा आठ प्रतिशत घटेगा और प्याज का खरीफ उत्पादन सालाना आधार पर पांच प्रतिशत कम होगा। वार्षिक उत्पादन 2.9 करोड़ टन होने की उम्मीद है। यह पिछले पांच साल (2018-22) के औसत उत्पादन से सात प्रतिशत अधिक है।’’
आपूर्ति में बड़ी कमी संभावित नहीं
इसलिए, कम खरीफ और रबी उत्पादन के बावजूद इस वर्ष आपूर्ति में बड़ी कमी की संभावना नहीं है। हालांकि, अगस्त और सितंबर में बारिश प्याज की फसल और उसके विकास को निर्धारित करेगी।

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