विवादित कोटिया में सर्वदलीय उम्मीदवार चुनाव हारा

विवादित कोटिया में सर्वदलीय उम्मीदवार चुनाव हारा

विवादित कोटिया में सर्वदलीय उम्मीदवार चुनाव हारा
Modified Date: November 29, 2022 / 08:59 pm IST
Published Date: February 27, 2022 4:53 pm IST

भुवनेश्वर (ओडिशा), 27 फरवरी (भाषा) एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम के तहत कोरापुट जिले के कोटिया क्षेत्र में पोट्टांगी जोन-1 में एक निर्दलीय प्रत्याशी ने तीन दलों द्वारा प्रायोजित संयुक्त उम्मीदवार को हराकर जिला परिषद सदस्य सीट पर जीत हासिल की। इसका कोरापुट जिले में गांवों के कोटिया समूह को लेकर ओडिशा और आंध्रप्रदेश के बीच विवाद पर असर पड़ने की आशंका है।

ओडिशा के चुनावी इतिहास में पहली बार तीन बड़े राजनीतिक दल सत्तारूढ बीजद, विपक्षी भाजपा एवं कांग्रेस ने पोट्टांगी जोन जिला परिषद सीट के लिए सर्वसम्मति से उम्मीदवार ममता जानी को चुनाव में उतारा था। इन दलों ने कहा था कि वे सर्वसम्मत उम्मीदवार इसलिए उतार रहे हैं क्योंकि इससे गांवों के विवादास्पद कोटा समूह में पंचायत चुनावों में दखल देने की आंध्रप्रदेश की ‘नापाक साजिश’ विफल हो जाएगी।

हालांकि तेलुगु भाषा बोलने वाले डोरा समुदाय द्वारा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी टिकाई जेमेल ने 3710 वोटों के अंतर से सर्वसम्मत उम्मीदवार को मात दे दी। राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिलापरिषद के चुनाव में जेमेल को 10354 वोट मिले जबकि जानी के खाते में 6644 वोट ही आये।

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पोट्टांगी जोन -1 जिला परिषद के अंतर्गत कोटिया, मालीपुट, देवपोट्टांगी, पोट्टांगी, गंगराजपुर, नौगांव और सुनकी ग्राम पंचायत आती हैं। गांवों के विवादित कोटिया समूह के लोगों ने जेमेल को 2070 वोट दिये जबकि जानी को महज 1648 मत ही दिये।

कांग्रेस के नेता मिनाखी बहिनीपति, बीजद के इश्वर चंद्र पाणिग्रही और भाजपा के पूर्व सांसद जयराम पांगी समेत ओडिशा के बड़े राजनीतिक नेताओं ने जानी के पक्ष में प्रचार किया। लेकिन जेमेल ने जीत हासिल कर सभी को चौंका दिया।

कुछ विवादित कोटिया गांवों में पिछले साल आंध्रप्रदेश द्वारा भी पंचायत चुनाव कराये गये थे। इस क्षेत्र में पर दोनों ही राज्य दावा करते हैं।

भाषा राजकुमार प्रशांत

प्रशांत


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