All Vande Bharat Express List
नई दिल्ली: देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस की लोकप्रियता देश में तेजी से बढ़ रही हैं। यही वजह हैं कि अब विपक्ष के नेता भी केंद्र की मोदी सरकार को पत्र लिखकर उनके इलाके में इस नए ट्रेन की शुरुआत की मांग कर रहे हैं। (All Vande Bharat Express List) रेलवे के मुताबिक़ उन्हें अबतक 150 से ज्यादा ऐसे अनुरोध मिल चुके हैं। अनुरोध करने वालो में भाजपा सांसदो के अलावा कांग्रेस, टीएमसी और कम्युनिस्ट पार्टी समेत दूसरे दल के नेता भी हैं। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस बारे में विस्तार से जानकारी दी है।
मिडिया खबरों के मुताबिक़ जिन नेताओं ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में इस ट्रेन के शुरुआत की मांग की हैं उनमें सत्तारूढ़ बीजेपी के अलावा, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और टीडीपी सुप्रीमो चंद्रबाबू नायडू, केरल के मुख्यमंत्री पिनयारी विजयन सहित कई प्रमुख विपक्षी दल के नेता शामिल हैं।
रिपोर्ट में बताया गया हैं कि वंदे भारत के लिए सबसे अधिक अनुरोध बीजेपी विधायकों की ओर से मिले हैं। वहीं आप, सीपीएम और एनसीपी द्वारा तीन-तीन अनुरोध किए गए हैं। तृणमूल कांग्रेस, जद(यू) और बहुजन समाज पार्टी द्वारा दो-दो और कांग्रेस द्वारा 16 अनुरोध मिले हैं। इसके अलावा शिवसेना के 10 विधायकों और वाईएसआर कांग्रेस के छह विधायकों ने भी वंदे भारत ट्रेन सेवाओं के लिए अनुरोध किया है। कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने मुंबई और बेंगलुरु के बीच सेमी हाई स्पीड ट्रेन शुरू करने की मांग की है। (All Vande Bharat Express List) आंध्र प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कुप्पम में मैसूरु-बेंगलुरु-चेन्नई वंदे भारत ट्रेन के स्टॉप की मांग की है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में बताया था कि इस ट्रेन की लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लग सकता है कि इसकी ऑक्यूपेंसी 99।6 फीसदी तक रहती है। इसकी वजह ये है कि दूसरी ट्रेनों से ज्यादा किराया होने के बावजूद यह ज्यादा आरामदायक और इससे यात्रा में दूसरी ट्रेनों के मुकाबले काफी कम समय लगता है। मंत्री ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, “चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 में वंदे भारत ट्रेनों का कुल उपयोग उत्कृष्ट 99।60 फीसदी दर्ज किया गया है।”
रेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, “राज्यों में इन ट्रेनों की भारी मांग है। सांसदों और विधायकों ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर अपने अनुरोध भेजे हैं। किसी भी रूट पर इन ट्रेनों को शुरू करने का निर्णय एक समिति द्वारा किया जाता है, जो कई कारकों को ध्यान में रखती है।”