पार्टी के हितों को नजरअंदाज कर गठबंधन को मजबूत नहीं किया जा सकता : टीएमसी सांसद

पार्टी के हितों को नजरअंदाज कर गठबंधन को मजबूत नहीं किया जा सकता : टीएमसी सांसद

पार्टी के हितों को नजरअंदाज कर गठबंधन को मजबूत नहीं किया जा सकता : टीएमसी सांसद
Modified Date: February 11, 2025 / 09:39 pm IST
Published Date: February 11, 2025 9:39 pm IST

नयी दिल्ली, 11 फरवरी (भाषा) तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेताओं ने मंगलवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस का कोई आधार नहीं है, इसलिए टीएमसी अपने हितों को नजरअंदाज कर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को मजबूत करने की कोशिश नहीं करेगी।

टीएमसी नेताओं की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब पार्टी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2026 का राज्य विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा की है।

ममता ने 2026 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि टीएमसी अकेले चुनाव लड़ेगी और दो-तिहाई बहुमत हासिल करके राज्य में अपनी सत्ता बरकरार रखेगी।

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उन्होंने सोमवार को कोलकाता में एक बैठक में पार्टी विधायकों और सांसदों से कहा कि तृणमूल कांग्रेस राज्य में 2026 का विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी।

मुख्यमंत्री ने दो-तिहाई बहुमत से चुनाव जीतने का भी भरोसा जताया।

टीएमसी प्रमुख के फैसले के बारे में पूछे जाने पर बर्धमान-दुर्गापुर से लोकसभा सदस्य कीर्ति आजाद ने कांग्रेस के लिए एक हिंदी मुहावरे का इस्तेमाल करते हुए कटाक्ष किया, ‘‘रस्सी जल गई, पर बल नहीं गया।’’

आजाद ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की हार के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया और उस पर सहयोगियों की पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस को विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।

टीएमसी सांसद ने कहा, ‘‘कांग्रेस की सबसे बड़ी समस्या यह है कि उसके पास कोई आधार नहीं है। अगर वह दिल्ली में ‘आप’ के साथ मिलकर लड़ती, तो दोनों सरकार बना सकते थे। लेकिन इसका (‘आप’ और कांग्रेस के अलग-अलग चुनाव लड़ने का) असर 14 सीटों पर पड़ा और आम आदमी पार्टी हार गई।’’

आजाद ने कहा, ‘‘कांग्रेस डूबती हुई नाव है, वह यह नहीं समझ पा रही है कि जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कुछ नहीं थी, तब वह दूसरों के साथ मिलकर राज्यों में सरकार बनाती थी… यह अलग बात है कि उसने उनकी पीठ में छुरा घोंपा। लेकिन, कांग्रेस पहले से ही डूब रही है, फिर भी वह अपने गठबंधन सहयोगियों की पीठ में छुरा घोंप रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस में बहुत अहंकार है और वह जिस तरह से अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ व्यवहार कर रही है, उसे गठबंधन में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। आपने भाजपा को हटाने के लिए ‘इंडिया’ बनाया और लोग कह रहे हैं कि ममता बनर्जी को गठबंधन का नेतृत्व करना चाहिए।’’

दमदम से लोकसभा सदस्य सौगत रॉय ने कहा कि टीएमसी अपने हितों को नजरअंदाज कर गठबंधन को मजबूत नहीं कर सकती।

उन्होंने कहा, ‘‘ममता हमारी पार्टी की सुप्रीमो हैं, वह जो कहती हैं वह पार्टी का विचार है। उन्होंने पहले भी साबित किया है कि टीएमसी अकेले ही भाजपा से लड़ने के लिए काफी मजबूत है। हमने लोकसभा की 42 में से 29 सीट जीती हैं और अगली बार हम इस आंकड़े में और सुधार करेंगे। हम अपने हितों की कीमत पर विपक्षी गठबंधन को मजबूत नहीं कर सकते।’’

भाषा रवि कांत रवि कांत पारुल

पारुल


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