पूर्व छात्रों को अपने विश्वविद्यालय के कनिष्ठ छात्रों की मदद करनी चाहिए : खट्टर

पूर्व छात्रों को अपने विश्वविद्यालय के कनिष्ठ छात्रों की मदद करनी चाहिए : खट्टर

पूर्व छात्रों को अपने विश्वविद्यालय के कनिष्ठ छात्रों की मदद करनी चाहिए : खट्टर
Modified Date: November 29, 2022 / 08:49 pm IST
Published Date: April 9, 2022 6:19 pm IST

चंडीगढ़, नौ अप्रैल (भाषा) हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को कहा कि पूर्व छात्रों को अपने संस्थानों को बेहतर तरीके से आगे बढ़ने में मदद के लिए ‘गुरु दक्षिणा’ के तौर पर अपना योगदान देना चाहिए।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक में पूर्व छात्रों के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।

खट्टर ने कहा कि उन्हें रोहतक में अपने कॉलेज पंडित नेकी राम शर्मा का एक-एक कोना आज भी याद है। उन्होंने कहा, ‘‘शैक्षणिक संस्थान हमारे घर की तरह ही होते हैं, हर छात्र परिवार के सदस्य की तरह इससे जुड़ा होता है।’’

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‘एलुमनाई मीट’ की महत्ता बताते हुए खट्टर ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम दुनिया के लगभग हर विश्वविद्यालय में होते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इस विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे अपने छोटे भाइयों और बहनों की मदद करना आप सभी की जिम्मेदारी है, चाहे यह उनका मार्गदर्शन करके किया जाए या उनकी फीस भरकर या किसी अन्य तरीके से किया जाए।’’

‘गुरुकुल’ की प्राचीन परंपरा का जिक्र करते हुए खट्टर कहा कि मौजूदा दौर में दीक्षांत समारोह ‘दक्षिणा-दिवस’ है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल शिक्षा क्षेत्र को 20,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं ताकि प्रत्येक 20 किलोमीटर के दायरे में एक कॉलेज और प्रत्येक जिले में एक चिकित्सा कॉलेज का निर्माण करने का लक्ष्य हासिल किया जाए। उन्होंने कहा, ‘‘इस साल चार नए चिकित्सा कॉलेज शुरू किए जाएंगे।’’

भाषा गोला आशीष

आशीष


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