रायलसीमा में कृष्णा नदी का पानी छोड़ने के बाद चंद्रबाबू नायडू ने इसे ‘अविस्मरणीय’ दिन कहा

रायलसीमा में कृष्णा नदी का पानी छोड़ने के बाद चंद्रबाबू नायडू ने इसे ‘अविस्मरणीय’ दिन कहा

रायलसीमा में कृष्णा नदी का पानी छोड़ने के बाद चंद्रबाबू नायडू ने इसे ‘अविस्मरणीय’ दिन कहा
Modified Date: July 17, 2025 / 08:53 pm IST
Published Date: July 17, 2025 8:53 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

नंदीकोटकूर (आंध्र प्रदेश), 17 जुलाई (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने बृहस्पतिवार को हंड्री नीवा सुजला नहर में कृष्णा नदी का पानी छोड़ने के बाद इस दिन को ‘अविस्मरणीय’ बताते हुए कहा कि सूखाग्रस्त रायलसीमा क्षेत्र को पानी की आपूर्ति करने से उन्हें बहुत खुशी मिलती है।

नायडू ने मलयाला में एक ग्राम सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आज का दिन रायलसीमा के इतिहास में एक शुभ दिन है और जल प्रवाह करा पाने की दिशा में एक नया कदम है। रायलसीमा को पानी उपलब्ध कराने की खुशी अविस्मरणीय है।’’

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नायडू ने कहा कि उनका जन्म रायलसीमा में हुआ है और वह इस क्षेत्र की कठिनाइयों को समझते हैं।

उन्होंने कहा कि कई लोगों का मानना है कि यह क्षेत्र शुष्क चट्टानों में बदल जाएगा लेकिन उन्होंने इसे रेगिस्तान में तब्दील होने से रोकने के लिए सैकड़ों करोड़ रुपये का निवेश किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 554 किलोमीटर से ज़्यादा लंबी हंड्री नीवा नहरों को चौड़ा करना कभी असंभव माना जाता था लेकिन राज्य ने इस विस्तार कार्य के लिए 3,890 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं।

उन्होंने कहा कि पहले चरण के तहत पानी छोड़ा जा चुका है और दूसरा चरण 15 दिनों में पूरा हो जाएगा ताकि रायलसीमा के सबसे दूरस्थ इलाकों की भी सिंचाई हो सके।

नायडू ने आश्वासन दिया कि कृष्णगिरि, जीदीपल्ली और अन्य परियोजना क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति की जाएगी।

उन्होंने कहा कि एचएनएसएस परियोजना के पहले चरण के तहत लगभग दो लाख एकड़ और दूसरे चरण के तहत छह लाख एकड़ भूमि की सिंचाई की जाएगी।

भाषा राजकुमार माधव

माधव


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