आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री की बहन ने तेलंगाना में नयी पार्टी बनाने के संकेत दिए

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री की बहन ने तेलंगाना में नयी पार्टी बनाने के संकेत दिए

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  • Publish Date - February 9, 2021 / 09:45 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:04 PM IST

हैदराबाद, नौ फरवरी (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी की बहन वाई. एस. शर्मिला ने मंगलवार को अपने दिवंगत पिता के सहयोगियों से बातचीत की, जिसके बाद उनके द्वारा नयी पार्टी बनाए जाने की अटकलें तेज हो गई हैं।

शर्मिला के पिता और दिवंगत वाई. एस. राजशेखर रेड्डी अविभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री (2004 से 2009 तक) रहे थे। वाईएसआर के नाम से लोकप्रिय रेड्डी की सितंबर 2009 में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।

पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर अफवाह है कि शर्मिला पड़ोसी राज्य तेलंगाना में अपनी पार्टी बनाना चाहती हैं।

माना जा रहा है कि वह अपने पिता के करीबी रहे कुछ बड़े नेताओं के संपर्क में हैं और तेलंगाना में भी ‘राजन्ना राज्यम’ (राजशेखर रेड्डी का शासन) वापस लाना चाहती हैं।

बैठक से पहले उन्होंने मीडिया से कहा, ‘‘मैं पहले जमीनी हकीकत से वाकिफ होना चाहती हूं और उनसे सूचनाएं प्राप्त करना चाहती हूं। मैंने नलगोंडा जिले के लोगों को बुलाया है, यह उनसे जुड़ाव है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘प्रत्येक जिले के लोगों के साथ बैठक की जाएगी।’’

राजनीतिक दल बनाने के संबंध में सवाल करने पर शर्मिला ने सीधे-सीधे जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘‘अभी ‘राजन्ना राज्यम’ नहीं है। इसे वापस क्यों नहीं आना चाहिए?’’

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘जगन मोहन रेड्डी आंध्र प्रदेश में अपना काम कर रहे हैं और मैं अपना काम तेलंगाना में करूंगी।’’

शर्मिला और उनकी मां विजयम्मा ने 2019 के चुनावों में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के पक्ष में जमकर प्रचार किया था। चुनाव में जगन की पार्टी वाईएसआरसी की जीत के बाद शर्मिला सार्वजनिक तौर पर ज्यादा नहीं दिखी हैं।

आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस के एक वरिष्ठ विधायक ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उनकी (शर्मिला) राजनीतिक महत्वाकांक्षा है, अभी स्पष्ट नहीं है कि इन घटनाक्रमों का अंतिम परिणाम क्या होगा।

शर्मिल ने नलगोंडा जिले के अपने पिता के समर्थकों से ‘लोटस पॉंड’ स्थित परिवार के आवास पर भेंट की।

हालांकि, बैठक में क्या हुआ इसपर औपचारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है लेकिन उसमें हिस्सा लेने वाले कई लोगों ने बताया कि उन्होंने जिले की मौजूदा राजनीतिक स्थिति के बारे में जानकारी ली।

आवास पर लगे बैनरों में शर्मिला और उनके पिता राजशेखर रेड्डी की तस्वीरें थीं। हालांकि, जगन मोहन रेड्डी की तस्वीर कहीं नजर नहीं आयी।

भाषा अर्पणा दिलीप

दिलीप