एनडीए से एक और सहयोगी दल ने तोड़ा नाता, असम गण परिषद ने वापस लिया समर्थन

एनडीए से एक और सहयोगी दल ने तोड़ा नाता, असम गण परिषद ने वापस लिया समर्थन

एनडीए से एक और सहयोगी दल ने तोड़ा नाता, असम गण परिषद ने वापस लिया समर्थन
Modified Date: November 29, 2022 / 08:25 pm IST
Published Date: January 7, 2019 12:47 pm IST

नई दिल्ली। भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए से एक और घटक दल ने नाता तोड़ लिया है। असम गण परिषद (एजीपी) ने बीजेपी के साथ अपना गठबंधन तोड़ लिया है। पार्टी अध्यक्ष अतुल बोरा ने यह घोषणा की। दिल्ली में सोमवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद अतुल बोरा ने बीजेपी से गठबंधन खत्म करने का ऐलान किया। वे नागरिकता संसोधन विधेयक को लेकर वह भाजपा से नाराज चल रहे थे। एजीपी ने असम की राज्य सरकार से भी समर्थन वापस ले लिया है।

बता दें कि एजीपी ने ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के एक दिन बाद किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को कहा था कि उनकी सरकार प्रस्तावित नागरिकता (संशोधन) विधेयक, 2016 को संसद में मंजूरी दिलाने के लिए काम कर रही है। पीएम के इस बयान के बाद कृषक मुक्ति संग्राम समिति  के नेतृत्व में लगभग 70 संगठनों ने विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन कर एजीपी पर दबाव डाला। एजीपी पर दबाव डाला गया कि वह बीजेपी के साथ संबंध खत्म कर दे। इसके बाद ही अतुल बोरा ने यह निर्णय लिया।

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गौरतलब है कि एजीपी नागरिकता विधेयक का यह कहकर विरोध करते आ रही है कि इससे उनकी सांस्कृतिक पहचान को नुकसान होगा। पार्टी के अध्यक्ष अतुल बोरा ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखकर इस बिल पर अपनी आपत्ति रखी थी। हालांकि असम सरकार से एजीपी के समर्थन वापस लेने से संख्या बल के आधार पर राज्य सरकार को कोई खतरा नहीं होगा।


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