एएमयू में एक और प्रोफेसर की कोरोना संक्रमण से मौत, मुख्यमंत्री ने कुलपति से की वार्ता

एएमयू में एक और प्रोफेसर की कोरोना संक्रमण से मौत, मुख्यमंत्री ने कुलपति से की वार्ता

एएमयू में एक और प्रोफेसर की कोरोना संक्रमण से मौत, मुख्यमंत्री ने कुलपति से की वार्ता
Modified Date: November 29, 2022 / 08:33 pm IST
Published Date: May 11, 2021 1:09 pm IST

अलीगढ़/ लखनऊ, 11 मई (भाषा) अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में कोरोना संक्रमण से होने वाली मौतों का सिलसिला जारी है। एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा विभाग के प्रोफेसर शोएब जहीर (56) का कोविड-19 से निधन हो गया।

परिवार के सदस्य के अनुसार, प्रोफेसर जहीर का निधन दिल्‍ली के एक अस्पताल में हुआ।

एएमयू के प्रवक्ता ने बताया कि इसके साथ ही अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने पिछले तीन सप्ताह में कोविड -19 के संक्रमण से 17 सेवारत वरिष्ठ संकाय सदस्यों को खो दिया है।

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इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति से फोन पर वार्ता कर विश्वविद्यालय के मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों तथा वहां कार्यरत चिकित्सकों एवं अन्य कार्मिकों के स्‍वास्‍थ्‍य के बारे में जानकारी ली।

मंगलवार को यहां जारी सरकारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने एएमयू में कुछ चिकित्सकों एवं कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने की खबरों का संज्ञान लेकर कुलपति से वार्ता की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय के परिसर में बड़ी संख्या में लोग रहते हैं, इन्हें कोविड संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी उपाय किये जाना आवश्यक है।

योगी ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव में टीकाकरण की महत्वपूर्ण भूमिका है और वर्तमान में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग का टीकाकरण भी प्रारम्भ हो गया है।

उन्होंने कुलपति से लक्षित आयु वर्ग के लिए तत्परतापूर्वक टीकाकरण कराये जाने की अपेक्षा करते हुए कहा कि इस कार्य में प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि प्रोफेसर जहीर जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा विभाग के दूसरे वरिष्ठ संकाय सदस्य हैं जो महामारी का शिकार हुए। प्रोफेसर जहीर स्वर्ण पदक विजेता थे और 1992 में एएमयू के शिक्षण स्टाफ में शामिल हुए थे। पिछले हफ्ते चिकित्‍सा विभाग के प्रमुख प्रोफेसर शादाब खान का जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में निधन हो गया था।

एएमयू के कुलपति प्रोफ़ेसर तारिक मंसूर ने प्रोफेसर जहीर को आज श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके व्यक्तित्व की चर्चा की। कुलपति ने टीकाकरण अभियान में शामिल होने की लोगों से अपील की है।

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में शिक्षकों, सेवानिवृत्त शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों की कोविड-19 और उसके लक्षणों से होने वाली मौतों से चिंतित कुलपति प्रोफेसर मंसूर ने रविवार को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक को पत्र लिखकर विश्‍वविद्यालय और उसके आसपास के वातावरण में वायरस के स्वरूपों की जांच कराने का अनुरोध किया था।

आईसीएमआर के महानिदेशक को रविवार को भेजे गये पत्र में कुलपति प्रोफेसर मंसूर ने आशंका व्यक्त की है कि एएमयू परिसर और आसपास के इलाकों में कोरोना वायरस के एक विशेष स्वरूप से होने वाले संक्रमण के कारण मौतें हो रही हैं।

उन्होंने कहा था कि जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी प्रयोगशाला इस शहर में पाए जाने वाले वायरस के स्वरूप के जीनोम अनुक्रमण का पता लगाने के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक एंड इंटीग्रेटेड बायोलॉज प्रयोगशाला, नई दिल्ली को नमूने भेज रहा है।

एएमयू के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सोमवार देर रात आईसीएमआर के महानिदेशक ने एएमयू के कुलपति से बात की थी और उन्हें आश्वासन दिया था कि एएमयू से दिल्ली में केंद्रीय प्रयोगशाला में भेजे गए नमूनों की जांच की जा रही है।

भाषा सं आनन्द नोमान

नोमान


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