free food on Ramlala Pran Pratishtha
free food on Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या। उत्तर प्रदेश अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान श्रीराम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा है। ये शुभ घड़ी करोड़ों रामभक्तों के लिए करीब 450 साल बाद आई है। ये दिन इतिहास के पन्नों में जल्द ही दर्ज होने वाला है। श्री राम के दरबार में रामभक्तों के लिए विशेष तैयारियां होंगी। आपको बता दें कि रहने से लेकर खाने पीने तक का पूरा इंतजाम किया जा रहा है। राम के दरबार में सभी अतिथियों को सुस्वादु, पौष्टिक, शुद्धतम, गर्मागर्म चाय और रस्क का भी आनंद रस दिया जाएगा। इस तरह के नाश्ता की तैयारियां की जाएंगी। बता दें कि ये व्यवस्था 20 जनवरी से शुरू की जाएगी।
वहीं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि मुख्य अवसर पर प्रतिबंधों के भय से रामलला के दर्शन करने वालों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। इस भंडार की देखरेख में ऐसा आधुनिकतम रसोईघर बनाया गया है, जो एक घंटे में 10 हजार इडली परोसने के लिए तैयार कर देगा। नवनिर्मित श्री राम जन्मभूमि मंदिर श्री रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर 22 जनवरी को आमंत्रित अतिथियों की संख्या भले ही लगभग छह हजार हो, लेकिन रामनगरी में इस अवसर पर इतने भक्तजन के रहने का अनुमान है कि सरसों छींट दें तो जमीन पर न गिरेगी।
बताया जा रहा है कि राम के दरबार में कम से कम 45 स्थानों पर भोजनालय, भंडारे प्रारंभ हो जाएंगे, जो निशुल्क होंगे। बिरला मंदिर के सामने जन्मभूमि पथ पर नया गेट के पास मंहत रामगोपाल दास जी द्वारा संचालित होने वाले भंडारे का रसोई घर ऐसा होगा कि यहां एक घंटे में 10 हजार इडली बन जाएगी। इससे भक्तों की सेवा में आसानी होगी।
जानकारी के मुताबिक अतिथियों के लिए प्याली, दो प्याली नहीं, लगभग एक लाख चाय प्रतिदिन बनेंगे। झंडेवालान मंदिर, नई दिल्ली के सौजन्य से तीर्थक्षेत्रपुरम में प्रतिदिन एक लाख कप चाय और इतने ही रस्क की व्यवस्था रहेगी। कई स्थानों पर सुबह से लेकर रात तक तस्मई (खीर) चख सकेंगे। सुबह दूध-जलेबी भी मिलेगी।
प्रत्येक भंडारा स्थल पर 10 वालंटियर तैनात होंगे। ये पांच-पांच की टोली में होंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग सेवा प्रमुख बालेंद्र भूषण ने बताया एक टोली सुबह और एक टोली शाम को भंडारा स्थलों पर स्वच्छता की देखरेख का दायित्व संभालेंगी।
free food on Ramlala Pran Pratishtha: माता जालपा देवी मंदिर, (जयगुरुदेव के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी उमाकांत जी महाराज के शिष्यों द्वारा), सरस्वती विद्या मंदिर, रानोपाली में विदर्भ के लोगों के प्रबंधन में भंडारा, इस्कॉन के पास लंगरवीर चौराहा, उदासीन मठ, महोबरा बाजार के पास कबीरपंथ के लोगों द्वारा भंडारा, नए बस स्टैंड हाईवे के पास कैथल (हरियाणा) के सौजन्य से भंडारा, रामकथा संग्रहालय के पास अक्षय पात्र फाउंडेशन, वृंदावन।
नयाघाट, स्टेट बैंक के पास हिमाद्रि फाउंडेशन, कोलकाता। मां अन्नपूर्णा रसोई, लखनऊ के सहयोग से चाय की व्यवस्था। डाकघर, नजरबाग गुरुद्वारा के पास अंबाला के सिख बंधु भंडारा लगाएंगे। श्री हनुमानगुफा में नामधारी, लखीमपुर द्वारा भंडारा, अशर्फी भवन चौराहे के पास पनकी (कानपुर) हनुमान जी स्थान के महंत जितेंद्र दास के संयोजकत्व में भंडारा, गोलाघाट पर अम्माजी का मंदिर पर चेन्नै के लोगों द्वारा भंडारा।