Arvind Kejriwal will Resign as CM: ‘दो दिन बाद दिल्ली के सीएम पद से दे दूंगा इस्तीफा’ खुद अरविंद केजरीवाल ने किया ऐलान
Arvind Kejriwal will Resign as CM: 'दो दिन बाद दिल्ली के सीएम पद से दे दूंगा इस्तीफा' खुद अरविंद केजरीवाल ने किया ऐलान
Delhi Election Result Latest Update
नई दिल्ली: Arvind Kejriwal will Resign as CM आबाकरी घोटाले के जमानत मिलने के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आ चुके हैं। जेल से बाहर आते ही सीएम केजरीवाल ने ऐसा ऐलान किया है कि पूरी सियासत हिल गई है। सीएम केजरीवाल ने कहा है कि दो दिन बाद मैं दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा दे दूंगा और तब तक इस कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, जब तक जनता खुद मुझे इस पर नहीं बैठाती।
दरअसल जेल से बाहर आने के बाद सीएम केजरीवाल पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात किया। इसके बाद उन्होंने दौरान सीएम केजरीवाल ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि ‘आज से दो दिन के बाद मैं इस्तीफा देने जा रहा हूं मैं तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा जब तक मैं सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना देती कि केजरीवाल इमानदार है, तब तक मैं कुर्सी पर नहीं बैठूंगा।
केजरीवाल ने आगे कहा कि ‘कुछ लोग बोल रहे हैं, कि सुप्रीम कोर्ट ने कुछ कंडीशन लगाई है, पिछले 10 साल में इन्होंने कंडीशन लगाने में कोई कसर छोड़ी थी। केंद्र सरकार ने कानून बनाकर मेरे काम बंद करने की कोशिश की. इन कंडीशन को भी देख ली है। अगर आपको लगता है केजरीवाल ईमानदार हैं तो जमकर वोट देना मेरे पक्ष में, फरवरी में चुनाव हैं। मेरी मांग कि चुनाव तुरंत कराएं जाएं। नवंबर में महाराष्ट्र के साथ चुनाव कराएं जाएं। नए सीएम का चुनाव अगले 1-2 दिन में कराए जाएं। मनीष सिसोदिया ने भी कहा है कि वह भी डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री का पद तभी संभालेंगे जब जनता की अदालत से चुनकर आ जाएं। ‘
इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ‘सतेंद्र जैन, अमानतुल्ला खान भी जल्दी बाहर आएंगे। दिल्ली के लोगों ने हमारे लिए प्रार्थना की, मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं.. मैंने जेल में कई किताबें पढ़ीं – रामायण, गीता… मैं अपने साथ भगत सिंह की जेल डायरी लाया हूं। भगत सिंह की डायरी भी पढ़ी।’
इसके पहले सीएम केजरीवाल ने कहा कि ‘उनकी छोटी सी पार्टी ने देश की राजनीति बदल दी। जेल में सोचने का वक्त मिला। मैंने जेल से एक ही पत्र लिखा था वो भी एलजी साहब को, 15 अगस्त था, स्वाधीनता दिवस के अवसर पर सीएम झंडा फहराते हैं। मैंने कहा कि आतिशी जी को झंडा फहराने की इजाजत दी जाए। वो चिट्ठी मुझे वापस कर दी गई और मुझे वार्निंग दी गई कि दूसरी बार अगर चिट्ठी लिखी तो आपको परिवार से भी मुलाकात भी नहीं करने जाएगी।’

Facebook



