पहलगाम आतंकी हमले पर माकूल जवाब दे भारत : ओवैसी

पहलगाम आतंकी हमले पर माकूल जवाब दे भारत : ओवैसी

पहलगाम आतंकी हमले पर माकूल जवाब दे भारत : ओवैसी
Modified Date: May 6, 2025 / 08:58 pm IST
Published Date: May 6, 2025 8:58 pm IST

श्रीनगर, छह मई (भाषा) एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पिछले महीने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की घटना को बर्बरतापूर्ण और कायराना करार देते हुए मंगलवार को कहा कि भारत को इस हमले का माकूल जवाब देना चाहिए।

हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कुलगाम के एक व्यक्ति की मौत के मामले में जांच की मांग की जिसे कथित तौर पर सुरक्षाबलों ने पहलगाम हमले के बाद पूछताछ के लिए पकड़ा था।

ओवैसी ने पहलगाम की घटना के संबंध में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह एक आतंकी हमला था, एक कायराना हमला। हम इसकी जितनी निंदा करें, उतनी कम है। हमने देखा है कि कैसे पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या की।’’

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उन्होंने कहा कि बच्चों और महिलाओं को अलग करके तथा पुरुषों से उनके धर्म के बारे में पूछकर जिस तरह उनकी हत्या की गई, वह भयानक और अमानवीय था।

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता ने कहा, ‘‘जो लोग कलमा नहीं पढ़ सके, उन्हें गोली मार दी गई। यह बर्बरता है।’’

ओवैसी ने कहा कि कश्मीर के स्थानीय निवासी इस हमले का खामियाजा भुगत रहे हैं क्योंकि पर्यटन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है।

उन्होंने कहा, ‘‘यहां से बड़ी संख्या में पर्यटक चले गए हैं। हम चाहते हैं कि हमारी सरकार इस पर माकूल जवाब दे। हमने सर्वदलीय बैठक में भी यही कहा।’’

ओवैसी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि हमारे देश की सरकार आतंकवाद और देश (पाकिस्तान) में आतंकवादियों को दी जा रही पनाह के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करेगी, क्योंकि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 355 के तहत बाहरी आक्रमण को रोकना सरकार की जिम्मेदारी है। फिर संयुक्त राष्ट्र का अनुच्छेद 51 है, और यूएनएससी का 9/11 प्रस्ताव भी है… हमें उम्मीद है कि सरकार इस पर प्रभावी कदम उठाएगी।’’

ओवैसी ने केंद्र शासित प्रदेश के बाहर कश्मीरियों को कथित तौर पर परेशान किए जाने को भी ‘‘गलत’’ बताया।

उन्होंने पहलगाम हमले में मारे गए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल का हवाला देते हुए कहा, ‘‘मैं ऐसी हरकतें करने वाले लोगों से कहना चाहता हूं कि सुनिए हिमांशी क्या कह रही है। उसने अपने पति की हत्या अपनी आंखों के सामने देखी। वह कश्मीरियों और मुसलमानों के खिलाफ नफरत व्यक्त न करने के लिए कह रही है।’’

लोकसभा सदस्य ने कहा कि अब पाकिस्तान और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को हराने का समय आ गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, दो समुदायों के बीच नफरत फैलाने के उनके उद्देश्य को हराना महत्वपूर्ण है। अगर ऐसी हरकतें जारी रहीं तो आतंकवादियों और उनके देश को खुशी मिलेगी।’’

कुलगाम निवासी 22 वर्षीय इम्तियाज अहमद मगरे की मौत के बारे में पूछे गए सवाल पर ओवैसी ने कहा कि घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच होनी चाहिए।

एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा, ‘‘जांच होनी चाहिए। मैंने मीडिया में उसके रिश्तेदारों के बयान पढ़े हैं। उसकी मौत की परिस्थितियों की जांच होनी चाहिए।’’

कुलगाम जिले के एक गांव के निवासियों को रविवार को मगरे का शव मिला था। आरोप हैं कि उसे पहलगाम की घटना के मद्देनजर सुरक्षाबलों द्वारा पूछताछ के लिए ले जाया गया था।

पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, नेशनल कॉन्फ्रेंस के लोकसभा सदस्य आगा रूहुल्लाह मेहदी और जम्मू-कश्मीर की मंत्री सकीना इट्टू ने कहा कि मगरे की मौत को लेकर गंभीर आरोप हैं, जिसका शव जिले के अहरबल इलाके में अदबल नदी से निकाला गया था।

पुलिस ने मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है, लेकिन मगरे का शव बरामद होने के कुछ घंटों बाद सामने आई ड्रोन फुटेज में एक युवक को अदबल नदी में कूदते और बहते हुए देखा जा सकता है।

पुलिस ने दावा किया कि आतंकवादियों के लिए ‘ओवरग्राउंड वर्कर’ के रूप में काम करने की बात कबूल करने वाले मगरे ने सुरक्षाबलों को जंगल में एक ठिकाने पर ले जाते समय भागने की कोशिश की।

भाषा नेत्रपाल पवनेश

पवनेश


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