धार के भोजशाला परिसर में एएसआई ने लगातार छठे दिन सर्वेक्षण किया

धार के भोजशाला परिसर में एएसआई ने लगातार छठे दिन सर्वेक्षण किया

धार के भोजशाला परिसर में एएसआई ने लगातार छठे दिन सर्वेक्षण किया
Modified Date: March 27, 2024 / 07:43 pm IST
Published Date: March 27, 2024 7:43 pm IST

धार, 27 मार्च (भाषा) मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक धार शहर के विवादास्पद भोजशाला-कमाल मौला मस्जिद परिसर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) का सर्वेक्षण बुधवार को लगातार छठे दिन जारी रहा। यह सर्वेक्षण मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के निर्देश पर शुरू किया गया है।

भोजशाला परिसर में सर्वेक्षण के दौरान हिंदू समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले आशीष गोयल और गोपाल शर्मा के साथ ही मुस्लिम समुदाय के नेता अब्दुल समद एएसआई दल के साथ मौजूद थे।

गोयल ने संवाददाताओं को बताया कि एएसआई का दल भोजशाला परिसर के 50 मीटर के दायरे में खुदाई में जुटा है।

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मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर पीठ ने 11 मार्च को एएसआई को छह सप्ताह के भीतर भोजशाला परिसर का ‘वैज्ञानिक सर्वेक्षण’ करने का निर्देश दिया था।

यह परिसर एक मध्ययुगीन स्मारक है जिसे हिंदू समुदाय वाग्देवी (सरस्वती) का मंदिर मानता है, जबकि मुस्लिम समुदाय इसे कमाल मौला मस्जिद बताता है।

एएसआई ने अदालत के निर्देश पर भोजशाला परिसर का सर्वेक्षण 22 मार्च को शुरू किया था।

एएसआई के सात अप्रैल 2003 को जारी आदेश के अनुसार चली आ रही व्यवस्था के मुताबिक हिंदुओं को प्रत्येक मंगलवार भोजशाला में पूजा करने की अनुमति है, जबकि मुस्लिमों को हर शुक्रवार इस जगह नमाज अदा करने की इजाजत दी गई है।

माना जाता है कि हिंदू राजा भोज ने 1034 ईस्वी में भोजशाला में वाग्देवी की मूर्ति स्थापित की थी।

हिंदू संगठनों का कहना है कि अंग्रेज इस मूर्ति को 1875 में लंदन ले गए थे।

भाषा हर्ष रंजन

रंजन


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