सिलचर, 15 मई (भाषा) असम के कछार जिले में मवेशी की तस्करी में कथित तौर पर शामिल एक परिवार के हमले में दो पुलिसकर्मी घायल हो गये। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस की एक टीम मंगलवार को भारत-बांग्लादेश सीमा के पास गुमराह थाना क्षेत्र के एक गांव में एक संदिग्ध पशु तस्कर को पकड़ने पहुंची थी, तभी उसके परिवार के सदस्यों ने उनपर धारदार हथियारों से हमला कर दिया।
एक अधिकारी ने कहा, ‘टीम एक संदिग्ध पशु तस्कर अब्दुल वाहिद (पाखी मिया) के घर गई, जहां उसके परिवार के सदस्यों ने पुलिसकर्मियों पर धारदार हथियारों से हमला किया।’
उन्होंने कहा कि घायल पुलिसकर्मियों उप निरीक्षक चंदम पटवारी और कॉन्स्टेबल कराबी दास को सिलचर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एसएमसीएच) भेजा गया। उनके शरीर पर गहरे घाव आए थे। दोनों की शल्य चिकित्सा की गई और कई टांके लगे।
घटना के बाद पुलिस ने अब्दुल वाहिद, उसकी पत्नी आबिदा बेगम, बेटी कुलसमा बेगम और बेटे रोहित अहमद बरभुयान को हिरासत में लिया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसके बाद उन्हें हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। गुमराह पुलिस थाने में उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को बांग्लादेश से करीब 15 तस्कर गाय-भैंस और अन्य मवेशियों को खरीदने के लिए आये थे लेकिन पुलिस को देखकर भाग गये।
उन्होंने कहा कि असम की बराक घाटी बांग्लादेश के साथ एक बड़ी सीमा साझा करती है, जिसका अधिकतर भाग बाड़ द्वारा सुरक्षित है। कुछ हिस्से अभी भी बिना बाड़ वाले हैं। बराक घाटी में कछार, करीमगंज और हैलाकांडी जिले आते हैं।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि तस्कर बिना बाड़ वाले हिस्सों का इस्तेमाल मवेशियों, नशीली दवाओं और अन्य उत्पादों की तस्करी के लिए करने की कोशिश करते हैं।
भाषा
शुभम मनीषा
मनीषा
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