आठवले की आतंकवादियों से अपील, मरने-मारने की बजाय कश्मीर के विकास में सहयोग करें

आठवले की आतंकवादियों से अपील, मरने-मारने की बजाय कश्मीर के विकास में सहयोग करें

आठवले की आतंकवादियों से अपील, मरने-मारने की बजाय कश्मीर के विकास में सहयोग करें
Modified Date: November 29, 2022 / 08:04 pm IST
Published Date: October 6, 2022 7:55 pm IST

श्रीनगर, छह अक्टूबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने बृहस्पतिवार को आतंकवादियों से अपील की कि वह लोगों को मारने और खुद मरने की बजाय कश्मीर के विकास में सहयोग करें।

उन्होंने कहा कि कश्मीर का पाकिस्तान से कोई संबंध नहीं था और पूरा पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) भारत का एक दिन हिस्सा होगा।

उन्होंने कहा कि कश्मीर एक सुंदर जगह है और श्रीनगर एक सुंदर शहर है। इसलिए सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है, ताकि यहां के लोगों को अधिक रोजगार और लाभ उपलब्ध कराये जा सकें।

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आठवले ने कहा, ‘‘लेकिन इस दृष्टिकोण को साकार करने के लिए शांति की जरूरत है। यहां आतंकी घटनाएं हो रही हैं। मैं आतंकवादियों से अपील करता हूं कि वे ना तो दूसरों को मारें और ना ही अपनी जान दें। इसके बजाय वे कश्मीर के विकास में भाग लें।’’

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में कांग्रेस नेता उदित राज के बयान के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि उनका बयान अनुचित था।

आठवले ने कहा, ‘‘उदित राज मेरे दोस्त हैं, लेकिन राष्ट्रपति के बारे में ऐसे बयान देना उचित नहीं है। देश में यह पहली बार है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक जनजातीय समुदाय की महिला को राष्ट्रपति बनने का अवसर मुहैया कराया। ’’

हाल ही में एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने कहा कि देश के कुल नमक का 76 प्रतिशत गुजरात में उत्पादन होता है इसलिए कहा जा सकता है कि पूरा देश ‘गुजरात का नमक’ खाता है।

इस पर उदित राज ने ट्वीट किया था, ‘‘किसी देश को द्रौपदी मुर्मू जैसा राष्ट्रपति नहीं मिलना चाहिये। यह चमचागीरी की हद है। वह कहती हैं कि देश की 70 प्रतिशत आबादी गुजरात का नमक खाती है। अपना जीवन नमक खाकर गुजारें, तब आपको असलियत का पता चलेगा।’’

उदित राज के बयान पर आठवले ने कहा कि यह चमचागीरी का मुद्दा नहीं है।

भाषा संतोष माधव

माधव


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