बघेल का प्रधानमंत्री से आग्रह: एथेनॉल संयंत्रों को अधिशेष धान से सीधे जैव ईंधन उत्पादन की अनुमति दें

बघेल का प्रधानमंत्री से आग्रह: एथेनॉल संयंत्रों को अधिशेष धान से सीधे जैव ईंधन उत्पादन की अनुमति दें

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  • Publish Date - October 21, 2020 / 09:43 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:55 PM IST

नयी दिल्ली, 21 अक्टूबर (भाषा) छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिशेष (सरप्लस) चावल से एथेनॉल के उत्पादन की दर निर्धारित करने के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया और यह आग्रह भी किया कि एथेनॉल संयंत्रों को अधिशेष धान से सीधे जैव ईंधन के उत्पादन की अनुमति प्रदान की जाए।

बघेल ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर यह भी कहा कि यह अनुमति मिलने के बाद किसान एथेनॉल संयंत्रों को अपना धान सीधे बेच सकेंगे।

छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से यहां जारी बयान के मुताबिक, पत्र में बघेल ने कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ शासन ने धान से बायो-एथेनॉल के उत्पादन की अनुमति के लिए विगत 18 माह से लगातार प्रयास किए। हमारे इन प्रयासों के फलस्वरूप आपके द्वारा लिए गए निर्णय के लिए अनुसार तेल वितरण कंपनियों द्वारा अधिशेष चावल से एथेनॉल उत्पादन की दर 54 रूपये 87 पैसे प्रति लीटर निर्धारित की गई है।’’

मुख्यमंत्री ने आग्रह किया, ‘‘राज्य सरकार की मांग है कि राज्य के किसानों से खरीदे गए अधिशेष धान से सीधे जैव ईंधन उत्पादन के लिए एथेनॉल संयंत्रों को अनुमति प्रदान की जाए। इससे राज्य में लगने वाले एथेनॉल संयत्रों को किसान अपना अधिशेष धान सीधे बेच सकेंगे।’’

बघेल ने कहा कि अधिशेष धान से सीधे एथेनॉल उत्पादन की अनुमति राज्य के किसानों की आर्थिक उन्नति के लिए मददगार साबित होगी।

भाषा हक

हक मनीषा

मनीषा