BJP MP Mahesh Kashyap: ‘बस्तर को 60 सालों तक मिली कालापानी की सजा’.. संसद में गरजे BJP सांसद महेश कश्यप, देखें Video

बस्तर के भाजपा सांसद महेश कश्यप ने आरोप लगाया कि, अबूझमाड़ और बस्तर की बहनों को अलग-अलग राज्यों में ले जाकर उन्हें धर्मांतरण के जाल में फंसाया जा रहा है, उनका शारीरिक शोषण किया जा रहा है।

Modified Date: July 30, 2025 / 04:39 pm IST
Published Date: July 30, 2025 4:39 pm IST
HIGHLIGHTS
  • बस्तर में धर्मांतरण रोकने हेतु विशेष कानून की मांग
  • नन की गिरफ्तारी पर बृंदा करात ने जताई आपत्ति
  • सांसद कश्यप ने मानव तस्करी पर संसद में उठाई आवाज

 

BJP MP Mahesh Kashyap in parliament: नई दिल्ली: बस्तर में धर्मान्तरण, मानव तस्करी, माओवाद, आदिवासियों की जमीन छीने जाने और मानव तस्करी किये जाने के मुद्दे को बस्तर के सांसद महेश कश्यप ने संसद में पुरजोर तरीके से उठाया। सांसद कश्यप ने इस आदिवासी क्षेत्र में खासकर धर्मान्तरण और मतांतरण को रोकने के लिए विशेष कानून बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि बस्तर के आदिवासी विशेष संरक्षित वर्ग में आते है और उन्हें राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र माना जाता है।

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बस्तर सांसद ने संसद में क्या मांग की?

बस्तर के एमपी ने कहा कि, पिछले 60 सालों में बस्तर के साथ ऐसा व्यवहार किया गया मानो उसे काला पानी की सजा मिली हो। बावजूद इसके यह पूरा इलाका जल, जंगल और जमीन से भरा है। इस काल में वहां माओवाद, गरीबी और अशिक्षा का प्रसार हुआ। लेकिन आज इस क्षेत्र में स्वस्थ्य, सेवा और शिक्षा के आड़ में अलग-अलग गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है।

बस्तर के भाजपा सांसद महेश कश्यप ने आरोप लगाया कि, अबूझमाड़ और बस्तर की बहनों को अलग-अलग राज्यों में ले जाकर उन्हें धर्मांतरण के जाल में फंसाया जा रहा है, उनका शारीरिक शोषण किया जा रहा है। ऐसे लोगों को संरक्षण दिया जा रहा है। सांसद ने मांग किया कि, बस्तर के संरक्षण और बस्तर के बहन बेटियों के संरक्षण के लिए विशेष क़ानून बनाया जाएँ।

नन गिरफ्तारी मामले में वृंदा करात पहुंची छत्तीसगढ़

BJP MP Mahesh Kashyap in parliament: दुर्ग रेलवे स्टेशन पर मानव तस्करी मामले में गिरफ्तार नन की जमानत याचिका खारिज हो गई है। चतुर्थ FTSC कोर्ट के न्यायाधीश ने कहा जमानत देना हमारे क्षेत्राधिकार में नहीं आता। मामला NIA एक्ट में आता है इसलिए बिलासपुर हाईकोर्ट में मामले को लगाने की सलाह दी है।

मानव तस्करी मामले में 15 दिन के भीतर जांच कर केंद्र सरकार से परमिशन लेना होगा। दोनों नन प्रीति मैरी और वंदना फ्रांसिस और युवक सूकमन मंडावी को फिलहाल जेल में रखा जाएगा।

इधर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की वरिष्‍ठ नेता बृंदा करात और चार सांसद के (डेलिगेशन टीम के) साथ दुर्ग सेंट्रल जेल में बंद दोनों नन और युवक से मिली। दुर्ग सेंट्रल जेल जेल में सुबह 10 बजे टीम पहुंची थी। सेंट्रल जेल से निकलकर बृंदा करात बोली नन को जबरन फंसाया गया, उनसे मारपीट हुई बजरंग दल के लोगों ने मारा पीटा है और पुलिस देखते रही।

नन के दुर्ग पहुंचने पर बोली कि हम इंडिया की सिटीजन कहीं भी जा सकते हैं। रेलवे पुलिस के प्रेस नोट पर उन्होंने चुप्पी साध लिया। वहीं हिंदुत्व के एजेंडे को संकीर्ण बताया है। इसके अलावा जांच में प्रलोभन, पैसा और दस्तावेज के पूछे जाने पर बृंदा करात भड़क उठी। बृंदा करात ने कहा कि प्रलोभन जैसी कोई बात नहीं है, सारी बात झूठ है।

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BJP MP Mahesh Kashyap in parliament: उन्होंने कहा कि लड़कियां एडल्ट है और आदिवासी भी हैं, वे कहीं भी देश में आ जा सकते हैं, नौकरी कर सकते है। बृंदा करात ने कहा ननों पर कार्यवाही गैर संवैधानिक है, गैर कानूनी है। मानवता के न्यूनतम मूल्यों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।छत्तीसगढ़ में गुंडों का राज है, बृंदा करात ने मांग की है कि FIR को वापस लिया जाए और ननो को तुरंत रिहा किया जाए। यह देश के सामने शरम की बात है।


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