चमोली में स्कूल परिसर में भालू घुसे, शिक्षकों के शोर मचाने के बाद भागे

चमोली में स्कूल परिसर में भालू घुसे, शिक्षकों के शोर मचाने के बाद भागे

चमोली में स्कूल परिसर में भालू घुसे, शिक्षकों के शोर मचाने के बाद भागे
Modified Date: December 23, 2025 / 12:13 am IST
Published Date: December 23, 2025 12:13 am IST

गोपेश्वर (उत्तराखंड), 22 दिसंबर (भाषा) उत्तराखंड में चमोली जिले की पोखरी तहसील में एक स्कूल के परिसर में सोमवार को एक मादा भालू और उसके बच्चे के घुस आने से अफरा-तफरी मच गयी जिसके बाद शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के शोर मचाने पर ये खतरनाक जानवर वहां से चले गये।

हरिशंकर गांव के जूनियर हाईस्कूल में सुबह करीब साढ़े नौ बजे भालू घुस आये। भालू के बच्चे ने एक छात्र पर हमला कर दिया जिससे वह मामूली रूप से घायल हो गया ।

स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक उपेंद्र सती ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मादा भालू और उसका बच्चा स्कूल परिसर में पहुंच गए और इसी दौरान भालू के बच्चे ने एक दर्जन छात्रों में से एक पर हमला कर दिया ।

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सती के अनुसार लेकिन पास खड़ी एक छात्रा ने उसे किसी तरह बचा लिया। बच्चों का शोर सुनकर दूर खड़ी मादा भालू पास आ गयी जिससे बचने के लिए विद्यार्थी भाग कर पास के कमरे में चले गए और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया ।

प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बताया कि भालू विद्यार्थियों के पीछे आया और कमरे का दरवाजा तोड़ने की कोशिश करने लगा लेकिन स्कूल के शिक्षकों ने वहां पहुंचकर शोर मचाया जिसके बाद भालू स्कूल परिसर से भाग गए ।

प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बताया कि भालुओं के स्कूल परिसर के समीप आने की यह तीसरी घटना है जिसके बारे में शिक्षा विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी दे दी गयी है ।

ताजा घटना के बाद स्कूली छात्रों की सुरक्षा के लिए चमोली के जिलाधिकारी ने जिले के सभी स्कूलों के समय में बदलाव के आदेश दिए । आदेश के मुताबिक, अब स्कूल दस बजे से पहले नहीं खोले जाएंगे और तीन बजे तक उन्हें बंद करना होगा ।

सती ने बताया कि हरिशंकर गांव में अधिकतर लोग गांव से पलायन कर चुके हैं और वर्तमान में वहां केवल दो परिवार रहते हैं । उन्होंने बताया कि स्कूल तक जाने के लिए बच्चों को बड़ी-बड़ी झाड़ियों के बीच से गुजरना पड़ता है जो जंगली जानवरों के रहने का ठिकाना बन चुकी हैं ।

उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद जिला प्रशासन, वन विभाग तथा ग्राम पंचायत ने झाड़ियों को काटने और छात्रों की सुरक्षा के लिए एस्कॉर्ट की व्यवस्था की है।

भाषा सं दीप्ति राजकुमार

राजकुमार


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