भोपाल उत्पीड़न मामला:एनसीडब्ल्यू की जांच में धर्मांतरण, संगठित अपराध नेटवर्क की संलिप्तता का संकेत
भोपाल उत्पीड़न मामला:एनसीडब्ल्यू की जांच में धर्मांतरण, संगठित अपराध नेटवर्क की संलिप्तता का संकेत
नयी दिल्ली, 20 मई (भाषा) राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की एक तथ्यान्वेषण समिति ने दावा किया है कि भोपाल के कॉलेज में यौन उत्पीड़न और धमकी मामले में धर्मांतरण के लिए दबाव डालने और एक संगठित आपराधिक नेटवर्क की संभावित संलिप्तता का संकेत मिलता है।
यह मामला कॉलेज छात्रों के एक समूह से जुड़ा है, जिन्होंने कथित तौर पर कई छात्राओं को नशीला पदार्थ देकर उनके साथ बलात्कार किया, इस कृत्य का वीडियो बनाया और वीडियो का इस्तेमाल पीड़ितों को धमकाने के लिए किया, ताकि वे और लड़कियों को उनसे मिलवाएं।
सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी निर्मल कौर के नेतृत्व में अधिवक्ता निर्मला नायक और अवर सचिव आशुतोष पांडे की सदस्यता वाली एनसीडब्ल्यू जांच समिति ने तीन से पांच मई तक भोपाल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने पीड़ितों, उनके परिवारों, पुलिस अधिकारियों और शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।
समिति ने उन स्थलों का भी निरीक्षण किया, जहां पीड़ितों को कथित तौर पर नशीला पदार्थ दिया गया तथा यौन उत्पीड़न का शिकार बनाया गया था।
समिति के निष्कर्षों के अनुसार, आरोपियों ने लड़कियों को महंगे उपहारों और वाहनों का लालच दिया, उन्हें नशीले पदार्थ का सेवन कराया और उन्हें धमकाने के लिए आपत्तिजनक तस्वीरें लीं। कुछ मामलों में, उन्होंने कथित तौर पर लड़कियों पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव डाला।
समिति ने कहा कि गंभीर भावनात्मक आघात और सामाजिक दबाव के बावजूद पीड़ितों ने प्राथमिकी दर्ज कराकर उल्लेखनीय साहस दिखाया।
इसमें यह भी रेखांकित किया गया है कि यद्यपि आरोपियों की आर्थिक पृष्ठभूमि सामान्य थी, लेकिन उनकी विलासितापूर्ण जीवनशैली से मादक पदार्थों की तस्करी और संगठित अपराध से संभावित संबंध का संकेत मिलता है।
समिति ने सिफारिश की कि इन पहलुओं की गहन तथा राज्यव्यापी जांच की जाए, ताकि पता लगाया जा सके कि क्या इसमें बाहरी वित्तपोषण या वैचारिक प्रभाव शामिल था या नहीं।
भाषा शफीक सुरेश
सुरेश

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