नई दिल्ली । गणतंत्र दिवस के दिन टैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा और लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराने के बाद किसान संगठनों में फूट पड़ गई है। किसान संगठनों ने केंद्रीय वार्षिक बजट के दिन विभिन्न स्थानों से संसद की तरफ कूच करने का प्रस्तावित कार्यक्रम रद्द कर दिया है।
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बता दें कि गणतंत्र दिवस पर अपनी प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड से पहले प्रदर्शकारी किसान संगठनों ने सोमवार को घोषणा की थी कि वे एक फरवरी को केंद्रीय वार्षिक बजट के दिन विभिन्न स्थानों से संसद की तरफ कूच करेंगे, उन्होंने कहा था कि, ‘‘हम एक फरवरी को बजट के दिन विभिन्न स्थानों से संसद की तरफ पैदल मार्च करेंगे। जहां तक कल की ट्रैक्टर रैली की बात है तो इससे सरकार को हमारी शक्ति के बारे में एक एहसास होगा और उसे पता चलेगा कि आंदोलन केवल हरियाणा या पंजाब तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे देश का आंदोलन है।’’
हम 1 फरवरी को संसद की ओर कूच करेंगे। इस दिन कैसे कहां जाना है ये हम 28 जनवरी को तय करेंगे: दर्शन पाल, क्रांतिकारी किसान यूनियन pic.twitter.com/ua2VWh6c3h
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 25, 2021
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लेकिन दिल्ली हिंसा के बाद किसान संगठनों ने पैदल मार्च को स्थगित करने का फैसला लिया है, सूत्रों की मानें तो तो अब किसान संगठन 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर एक दिन का उपवास रखेंगे।
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वहीं कुछ किसान संगठनों ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया है तो कुछ संगठन अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन जारी रखेंगे।
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