नयी दिल्ली, दो दिसंबर (भाषा) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर संसद में चर्चा कराने की विपक्ष की मांग को लेकर सदन में बने गतिरोध को समाप्त करने के लिए मंगलवार को राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक बुलाई है।
लोकसभा में एसआईआर के मुद्दे पर सोमवार और मंगलवार को गतिरोध की स्थिति बनी रही। सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हुई।
इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात की, लेकिन चुनाव सुधार के मुद्दे पर सदन में चर्चा कराने के लिए समयसीमा निर्धारित करने की बात से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष सरकार पर शर्तें नहीं थोप सकता।
समझा जाता है कि रीजीजू ने एसआईआर के मुद्दे पर चर्चा कराने की विपक्ष की मांग को नामंजूर कर दिया है और दलील दी है कि यह निर्वाचन आयोग का प्रशासनिक मामला है और सरकार की इसमें कोई भूमिका नहीं है।
हालांकि, उन्होंने चुनाव सुधार के व्यापक मुद्दे पर चर्चा के लिए सरकार की ओर से सहमति जताई क्योंकि यह मुद्दा सरकार के कार्यक्षेत्र में आता है।
विपक्ष लगातार मांग कर रहा है कि सरकार एसआईआर के मुद्दे पर चर्चा को लेकर सदन में आश्वासन दे।
सरकार ‘वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ के विषय पर संसद में चर्चा कराना चाहती है और इसके लिए 10 घंटे का समय आवंटित किया गया है।
एसआईआर के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के कारण मंगलवार को लोकसभा की बैठक दो बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
भाषा वैभव मनीषा
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