ओडिशा में आत्मदाह से छात्रा की मौत का मामला, बीजद ने न्यायिक जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन किया

ओडिशा में आत्मदाह से छात्रा की मौत का मामला, बीजद ने न्यायिक जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन किया

ओडिशा में आत्मदाह से छात्रा की मौत का मामला, बीजद ने न्यायिक जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन किया
Modified Date: July 21, 2025 / 07:22 pm IST
Published Date: July 21, 2025 7:22 pm IST

भुवनेश्वर, 21 जुलाई (भाषा) ओडिशा के बालासोर में आत्मदाह से छात्रा की मौत से जुड़े मामले की जांच के लिए न्यायिक समिति गठित करने की मांग को लेकर बीजू जनता दल (बीजद) के सैकड़ों नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सोमवार को राज्य के तीन अलग-अलग क्षेत्रों में राजस्व संभागीय आयुक्तों (आरडीसी) के कार्यालयों के सामने प्रदर्शन किया।

विधायकों समेत विपक्षी नेताओं ने कटक, ब्रह्मपुर और संबलपुर में आरडीसी कार्यालयों के सामने प्रदर्शन किया। उन्होंने उड़ीसा उच्च न्यायालय के एक वर्तमान न्यायाधीश की अध्यक्षता में मामले की न्यायालय की निगरानी में न्यायिक जांच की मांग की।

कटक में आरडीसी कार्यालय के पास प्रदर्शन में शामिल बीजद के वरिष्ठ नेता देबी प्रसाद मिश्रा ने आरोप लगाया, ‘‘छात्रा ने उच्च पदों पर बैठे कई महत्वपूर्ण व्यक्तियों से मदद मांगी थी, लेकिन उनमें से कोई भी उसकी सहायता के लिए आगे नहीं आया।’’

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फकीर मोहन (स्वायत्त) कॉलेज में बीएड की 20 वर्षीय छात्रा ने आत्मदाह का प्रयास किया था, जिसके दो दिन बाद 14 जुलाई की रात को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भुवनेश्वर में उसकी मौत हो गई। छात्रा का शरीर 95 प्रतिशत तक झुलस गया था और उसकी मौत के बाद पूरे देश में आक्रोश फैल गया था।

बीजद ने अपराध शाखा की जांच को अपर्याप्त करार देते हुए इस पर अपनी असहमति जताई।

मिश्रा ने जोर देकर कहा, ‘‘बालासोर के सांसद और उच्च शिक्षा मंत्री समेत कई प्रभावशाली लोगों से इस मामले में पूछताछ होनी चाहिए। अपराध शाखा की जांच निष्पक्षता सुनिश्चित नहीं कर सकती।’’

कटक में सनशाइन फील्ड से आरडीसी कार्यालय तक, संबलपुर में गंगाधर मंडप, दलईपाड़ा से आरडीसी कार्यालय तक और ब्रह्मपुर में खलीकोट विश्वविद्यालय मैदान से आरडीसी कार्यालय तक विरोध रैली निकाली गई।

कटक में प्रदर्शन के दौरान, आरडीसी कार्यालय में प्रवेश करने का प्रयास करते समय प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा कर्मियों के साथ झड़प भी हुई।

हालांकि, बाद में नेताओं के एक समूह को आरडीसी से मिलने और मामले की न्यायिक जांच की मांग करते हुए राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने की अनुमति दे दी गई।

राज्यपाल को दिए एक ज्ञापन में, बीजद ने कहा कि इस गंभीर मामले की पारदर्शी, विश्वसनीय और स्वतंत्र जांच सुनिश्चित करने के लिए न्यायिक जांच ही एकमात्र उपयुक्त उपाय है।

भाषा यासिर पारुल

पारुल


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