नयी दिल्ली, 15 नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के नेताओं ने बुधवार को छठ से पहले आम आदमी पार्टी (आप) को घेरने की कोशिश की और यमुना नदी में भारी प्रदूषण का हवाला देते हुए सत्तारूढ़ दल पर लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया।
भाजपा नेताओं के आरोपों पर आप की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है।
भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में आप पर लोगों की धार्मिक भावनाओं से खेलने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘यमुना के पानी के ऊपर सफेद झाग की परत ने तीन दिन बाद छठ मनाने वाले पूर्वांचली लोगों की भावनाओं को आहत किया है।’’
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आप ने अदालत में एक हलफनामा दिया है जिसमें कहा गया है कि छठ समारोह से यमुना में प्रदूषण होता है और अनुरोध किया है कि इसके लिए अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि छठ प्रकृति का त्योहार है और जो लोग कहते हैं कि इससे नदी प्रदूषित होती है, वे ‘‘मूर्ख’’ हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘श्रद्धालुओं के छठ का व्रत रखने से पहले उनके परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों द्वारा उन जलाशयों को साफ किया जाता है जहां यह त्योहार मनाया जाता है।’’
तिवारी ने कहा, ‘‘संभवत: आम आदमी पार्टी सोचती है कि श्रद्धालु यमुना में गाय का दूध और गंगाजल नहीं डाल सकते… लेकिन इसके पानी में सीवेज और रसायन मिलाए जा सकते हैं।’’
दिल्ली भाजपा के पूर्वांचल मोर्चा के अध्यक्ष नीरज तिवारी ने आरोप लगाया कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के महापौर ने छठ समितियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने की घोषणा के बावजूद उन्हें तैयारियों के लिए कोई पैसा नहीं दिया।
एमसीडी पर आम आदमी पार्टी का नियंत्रण है।
नीरज ने दावा किया, ‘‘महापौर ने घोषणा की थी कि प्रत्येक वार्ड में दो समितियों को छठ की तैयारियों के लिए 40,000 रुपये दिए जाएंगे, लेकिन इसके बावजूद किसी भी छठ समिति को एक पैसा भी नहीं दिया गया है।’’
भाषा सुरभि पवनेश
पवनेश