दुर्गा पूजा पंडाल को सजाने के लिए जूतों का प्रयोग, भाजपा ने जताई आपत्ति

कोलकाता में दुर्गा पूजा पंडाल को सजाने के लिए जूतों का प्रयोग करने पर भाजपा ने जताई आपत्ति

दुर्गा पूजा पंडाल को सजाने के लिए जूतों का प्रयोग, भाजपा ने जताई आपत्ति
Modified Date: November 29, 2022 / 08:21 pm IST
Published Date: October 9, 2021 6:52 pm IST

कोलकाता, नौ अक्टूबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी ने यहां एक दुर्गा पूजा पंडाल को “सजाने” के लिए जूतों का इस्तेमाल करने पर शनिवार को आपत्ति जताते हुए कहा कि इससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत होंगी। दमदम में पूजा पंडाल के आयोजकों ने इस आपत्ति को खारिज कर दिया और कहा कि पंडाल जाते हुए रास्ते के किनारे पर लगाए गए जूते देश में किसान आंदोलन का प्रतीक हैं और दुर्गा प्रतिमा इससे निश्चित दूरी पर स्थापित की गई है जोकि धान के ढेर से घिरी है। नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को ट्वीट किया कि आयोजकों ने पंडाल की दीवार पर जूते सजा कर “जघन्य कृत्य” किया है।

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अधिकारी ने मुख्य सचिव और गृह सचिव से इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। उन्होंने लिखा, “दमदम पार्क में एक दुर्गा पूजा पंडाल को जूतों से सजाया गया है। कलात्मक स्वतंत्रता के नाम पर मां दुर्गा का अपमान करने के इस जघन्य कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैं मुख्य सचिव और गृह सचिव से इस मामले में हस्तक्षेप करने और आयोजकों को षष्ठी से पहले जूते हटाने पर मजबूर करने का आग्रह करता हूं।”

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अधिकारी का समर्थन करते हुए मेघालय के राज्यपाल और वरिष्ठ भाजपा नेता तथागत रॉय ने संवाददाताओं से कहा कि “कलात्मक स्वतंत्रता के नाम पर सब कुछ बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। यह देवी दुर्गा का अपमान है और इससे हमारी धार्मिक भावना आहत होती है।” वहीं, दमदम पार्क भारत चक्र समिति के एक पदाधिकारी ने अपनी ओर से स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि जूते पंडाल से दूर लगाए गए हैं।

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उन्होंने कहा, “इस साल हमारी थीम किसान आंदोलन है। इसके अनुसार, पंडाल जाने के रास्ते पर जूते लगाए गए हैं जो आंदोलनरत किसानों पर पुलिस के लाठीचार्ज के एक दृश्य का प्रतीक हैं। ऐसे दृश्य हाल में देखे गए थे।” उन्होंने कहा, “पंडाल के भीतर देवी दुर्गा और अन्य मूर्तियां धान के ढेर से घेरी गई हैं।”

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com