असम चुनाव में सांप्रदायिकता का रंग घोलने के लिये एआईयूडीएफ-कांग्रेस गठबंधन पर सवाल उठा रही भाजपा: सुरजेवाला

असम चुनाव में सांप्रदायिकता का रंग घोलने के लिये एआईयूडीएफ-कांग्रेस गठबंधन पर सवाल उठा रही भाजपा: सुरजेवाला

असम चुनाव में सांप्रदायिकता का रंग घोलने के लिये एआईयूडीएफ-कांग्रेस गठबंधन पर सवाल उठा रही भाजपा: सुरजेवाला
Modified Date: November 29, 2022 / 08:49 pm IST
Published Date: March 18, 2021 1:54 pm IST

गुवाहाटी, 18 मार्च (भाषा) कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को आरोप कि भाजपा असम विधानसभा चुनाव में सांप्रदायिकता का रंग घोलने के लिये बार- बार एआईयूडीएफ के साथ उसके गठबंधन पर सवाल उठा रही है क्योंकि उसके पास विकास के मोर्च पर दिखाने के लिये कुछ नहीं है।

कांग्रेस ने भाजपा की तुलना एक ऐसे छात्र से की, जो पूरे साल पढ़ाई नहीं करता और जब परीक्षा के दौरान कठिन सवाल आते हैं तो बहाने ढूंढने लगता है।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि असम की भाजपा सरकार अपने पांच साल के कार्यकाल के दौरान केवल झूठ फैलाने, समाज को बांटने और भाईचारा खत्म करने में व्यस्त रही और विकास के मोर्चे पर उसने ”कुछ नहीं किया।”

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उन्होंने कहा, ” मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनावाल ने पांच साल में असम में कुछ नहीं किया, इसलिये भाजपा नेता कांग्रेस-एआईयूडीएफ गठबंधन पर सवाल उठा रहे हैं। वे इसे सांप्रदायिक का रंग देने और चुनावी मुद्दा बनाने के प्रयास कर रहे हैं।”

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा प्रत्येक मोर्चे पर अपनी नाकामियों को छिपाने के लिये ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के महागठबंधन में शामिल होने पर सवाल उठा रही है।

उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ”वह एक ऐसे छात्र की तरह है जो पूरे साल पढ़ाई नहीं करता और परीक्षा के दौरान कहता है कि प्रश्न पत्र बहुत कठिन है। भाजपा ने असम में बीते पांच साल में ऐसी कोई उपलब्धि हासिल नहीं की, जिसपर वह बात कर सके।”

भाजपा नेताओं द्वारा एआईयूडीएफ पर घुसपैठ को बढावा देने के आरोप लगाए जाने पर सुरजेवाला ने कहा कि सीमा सुरक्षा केन्द्र सरकार का विषय है, जहां भाजपा बीते सात साल से काबिज है।

उन्होंने कहा, ” आप (भाजपा) केन्द्र और राज्य दोनों की सत्ता पर काबिज हैं। यदि आप सीमाओं की सुरक्षा नहीं कर सकते तो सत्ता हमें सौंप दें। हम अपनी भूमि की रक्षा कर लेंगे।”

भाषा जोहेब उमा

उमा


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