त्रिपुरा की क्षेत्रीय अखंडता से समझौता नहीं करेगी भाजपा : हिमंत विश्व शर्मा

त्रिपुरा की क्षेत्रीय अखंडता से समझौता नहीं करेगी भाजपा : हिमंत विश्व शर्मा

त्रिपुरा की क्षेत्रीय अखंडता से समझौता नहीं करेगी भाजपा : हिमंत विश्व शर्मा
Modified Date: February 7, 2023 / 03:49 pm IST
Published Date: February 7, 2023 3:49 pm IST

(फाइल फोटो के साथ)

अगरतला, सात फरवरी (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) त्रिपुरा की क्षेत्रीय अखंडता के साथ समझौता नहीं करेगी, भले ही वह राज्य में अगली सरकार बनाने में नाकाम ही क्यों न हो जाए।

सिपाहीजाला जिले का मेलाघर में एक रैली को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि भाजपा स्वदेशी लोगों को सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और भाषाई रूप से सशक्त बनाने के लिए सब कुछ देने को तैयार है, लेकिन त्रिपुरा के विभाजन के खिलाफ है।

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उन्होंने कहा, “मेरी प्रद्योत देबबर्मा के साथ दो बैठकें हुई हैं, जो ग्रेटर टिपरालैंड की मांग कर रहे हैं। मैंने उनसे सीधे तौर पर कहा कि भाजपा पूरी तरह से त्रिपुरा के विभाजन के खिलाफ है।”

शर्मा ने कहा, “उनके (प्रद्योत देबबर्मा के) दादा (त्रिपुरा रियासत के पूर्व महाराजा बीर बिक्रम माणिक्य) ने ग्रेटर टिपरालैंड बनाने की मांग नहीं की थी, तो यह मांग अब क्यों उठाई जा रही है?”

उत्तर-पूर्वी लोकतांत्रिक गठबंधन के अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि इस तरह के मुद्दे को उठाने की हिम्मत सिर्फ भाजपा में है, जबकि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस इससे किनारा कर रही हैं।

उन्होंने कहा, “भाजपा स्वदेशी लोगों को सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और भाषाई रूप से सशक्त बनाने के लिए सब कुछ देने को तैयार है, लेकिन वह त्रिपुरा के विभाजन के खिलाफ है। हम राज्य की क्षेत्रीय अखंडता से समझौता नहीं करेंगे, भले ही पार्टी वहां अगली सरकार बनाने में विफल हो जाए।”

केंद्र की ओर से किए गए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए शर्मा ने कहा, “मुफ्त चावल से लेकर मुफ्त टीका तक…लोगों को सभी चीजें उपलब्ध कराई गई हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हमेशा लोगों के कल्याण के बारे में सोचते हैं।”

रैली में मौजूद केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने बांग्लादेश से सटे राज्य में विकास को गति देने के लिए लोगों से भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील की।

भौमिक सिपाहीजाला जिले की धनपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं।

भाषा पारुल सुरेश

सुरेश


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