राणाघाट (पश्चिम बंगाल), 21 अप्रैल (भाषा) तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता अभिषेक बनर्जी ने रविवार को आरोप लगाया कि नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक योजना है, जिसका मकसद दशकों पहले पश्चिम बंगाल में बसे बंगाली हिंदू प्रवासियों और वास्तविक नागरिकों को बांग्लादेशी घोषित करना है।
नादिया जिले के राणाघाट में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव ने दावा किया कि अगर कोई व्यक्ति, नागरिक के तौर पर सुविधाओं का लाभ उठाने के बावजूद, सीएए के तहत नागरिकता के लिए आवेदन करता है, तो उसे बांग्लादेशी करार दिया जाएगा।
डायमंड हार्बर से सांसद बनर्जी ने कहा, ‘‘नागरिकता संशोधन कानून भाजपा का एक और ‘जुमला’ है। आपको याद रखना चाहिए कि कैसे असम में भाजपा सरकार ने राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के नाम पर कई हिंदू बंगालियों को निरूद्ध केंद्रों में भेज दिया था। आपकी नागरिकता छीनने की भाजपा की योजना के खिलाफ लड़ाई में हम हमेशा आपके साथ हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आपके पास मतदाता पहचान पत्र, पैन कार्ड या राशन कार्ड है, तो क्या सीएए के तहत आवेदन करने की कोई जरूरत है? सीएए के तहत नागरिकता के लिए आवेदन न करें। क्या किसी भाजपा नेता ने सीएए पोर्टल पर आवेदन किया था? जवाब है, नहीं।’’
केंद्र की राजग सरकार को ‘मतुआ समुदाय विरोधी’ करार देते हुए बनर्जी ने दावा किया कि राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मतुआ नेता ममता बाला ठाकुर को उनके समुदाय के महापुरुष गुरु चंद ठाकुर और हरि चंद ठाकुर के नाम का उल्लेख करने की अनुमति नहीं दी गई थी।
भाषा संतोष सुभाष
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