लोकसभा चुनाव के सातवें व अंतिम चरण के लिए प्रचार थमा |

लोकसभा चुनाव के सातवें व अंतिम चरण के लिए प्रचार थमा

लोकसभा चुनाव के सातवें व अंतिम चरण के लिए प्रचार थमा

:   Modified Date:  May 30, 2024 / 07:13 PM IST, Published Date : May 30, 2024/7:13 pm IST

वाराणसी/चंडीगढ़, 30 मई (भाषा) लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए उन 57 सीट पर प्रचार का शोर बृहस्पतिवार शाम थम गया जहां एक जून को मतदान है।

इनमें केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की एक, पंजाब की सभी 13 और हिमाचल प्रदेश की चार, उत्तर प्रदेश की 13, पश्चिम बंगाल की नौ, बिहार की आठ, ओडिशा की छह और झारखंड की तीन लोकसभा सीट शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश के वाराणसी संसदीय क्षेत्र से लगातार तीसरी बार मैदान में हैं।

देश के 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 486 सीट पर मतदान हो चुका है। पहले छह चरणों में मतदान क्रमश: 66.14 प्रतिशत, 66.71, 65.68, 69.16, 62.2 और 63.36 फीसदी रहा। मतों की गिनती चार जून को होगी।

चुनाव प्रचार के दौरान मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं ने कांग्रेस और विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) पर भ्रष्ट, हिंदू विरोधी होने, तुष्टीकरण और वंशवादी राजनीति में संलिप्त होने जैसे आरोप लगाये।

विपक्षी दल दावा कर रहे हैं कि भाजपा किसान विरोधी, युवा विरोधी है और चुनाव जीतने पर संविधान को बदल देगी तथा उसे खत्म कर देगी।

ओडिशा में एक रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यह भी दावा किया कि भाजपा नेता मोदी को भगवान विष्णु के ‘ग्यारहवें अवतार’ के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन देश के लोग इसे स्वीकार नहीं करेंगे।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए उन पर चुनाव प्रचार के दौरान ‘द्वेषपूर्ण भाषण’ देकर सार्वजनिक संवाद के साथ ही प्रधानमंत्री पद की गरिमा को भी कम करने का आरोप लगाया।

सिंह ने पंजाब के मतदाताओं से अपील करते हुए दावा किया कि केवल कांग्रेस ही है जो ऐसा विकासोन्मुख प्रगतिशील भविष्य सुनिश्चित कर सकती है, जहां लोकतंत्र और संविधान की रक्षा होगी।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने सशस्त्र बलों पर अग्निपथ योजना थोपने का भी आरोप लगाया और कहा, ‘‘भाजपा सोचती है कि देशभक्ति, शौर्य और सेवा का मूल्य केवल चार साल है। यह उनके नकली राष्ट्रवाद को दर्शाता है।’’

मोदी बृहस्पतिवार शाम को कन्याकुमारी के लिए रवाना हुए, जहां वह एक जून तक स्वामी विवेकानंद के स्मारक पर ध्यान करेंगे। 16 मार्च को निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित करने के बाद से मोदी ने रैलियों और रोड शो सहित 206 जनसंपर्क कार्यक्रम किए हैं।

पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) सत्ता में है जहां ‘इंडिया’ में शामिल ‘आप’ और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं। इस राज्य में प्रचार के लिए मोदी से लेकर केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह और निर्मला सीतारमण, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री समेत भाजपा के वरिष्ठ नेता पहुंचे।

कांग्रेस की ओर से खरगे और पार्टी नेताओं राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी वाद्रा ने प्रचार अभियान का नेतृत्व किया। आबकारी नीति मामले में अंतरिम जमानत पर बाहर आए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ मिलकर अपनी पार्टी ‘आप’ के उम्मीदवारों के लिए आक्रामक प्रचार अभियान चलाया।

अंतिम दिन, मोदी ने पंजाब के होशियारपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए ‘संविधान-संविधान की रट लगाने’ के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि उसने आपातकाल के दौरान ही उसका ‘गला घोंट’ दिया था तथा जब 1984 के दंगों में सिखों की हत्या हो रही थी तब भी उसने इसकी कोई परवाह नहीं की।

होशियारपुर से पार्टी उम्मीदवार अनीता सोम प्रकाश और आनंदपुर साहिब से उम्मीदवार सुभाष शर्मा के पक्ष में आयोजित रैली में प्रधानमंत्री ने आरक्षण, भ्रष्टाचार और राम मंदिर के मुद्दों पर भी बात की।

मोदी ने अग्निपथ योजना पर सवाल करने के लिए विपक्ष पर प्रहार करते हुए उस पर सेना को ‘राजनीति का हथियार’ बनाने का आरोप लगाया और कहा कि इससे बड़ा ‘कोई पाप’ नहीं हो सकता।

उत्तर प्रदेश में भाजपा ने अपने भाषणों में दावा किया कि ‘इंडिया’ गठबंधन मुस्लिम आरक्षण देगा और अयोध्या राम मंदिर में ‘बाबरी ताला’ लगाएगा, जबकि विपक्ष ने लोगों से संविधान बचाने के लिए वोट देने का आग्रह किया।

पश्चिम बंगाल में मोदी ने मंगलवार को कोलकाता उत्तर सीट से उम्मीदवार तापस रॉय के समर्थन में कोलकाता में रैली की। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी लगभग सभी नौ लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी उम्मीदवारों के लिए रैलियां कीं।

ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को शहर के दक्षिणी हिस्से जादवपुर इलाके से गोपालनगर तक 12 किलोमीटर की पैदल रैली की। पार्टी नेता अभिषेक बनर्जी ने भी प्रचार के आखिरी दिन दो रैलियों में हिस्सा लिया।

भाजपा ने चुनाव प्रचार के दौरान आरोप लगाया कि ममता सरकार कोयला और मवेशी तस्करी से जुड़े कई घोटालों में शामिल है, साथ ही स्कूल शिक्षक भर्ती में अनियमितताएं भी तृणमूल नीत सरकार में हुई हैं।

पार्टी ने साथ ही आरोप लगाया कि राज्य सरकार केंद्र की कल्याणकारी योजनाओं को लागू नहीं कर रही है और आम लोगों को उनके लाभ से वंचित कर रही है।

हालांकि, तृणमूल कांग्रेस इस बात पर जोर देती रही कि केंद्र राज्य को धनराशि जारी नहीं कर रहा है।

भाषा नोमान वैभव

वैभव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)